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सीएम ने दिया बुजुर्गों को नए साल का तोहफा! मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना पर आया नया अपडेट, अब हवाई जहाज से कराई जाएगी चार धाम की यात्रा,,,।
एजेंसी डेस्क : (ब्यूरो,भोपाल),। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मध्य प्रदेश के 60 वर्ष से ज्यादा आयु वाले नागरिकों के लिए मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का आरंभ किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत देश में उपलब्ध सभी तीर्थ स्थलों में से किसी एक तीर्थ स्थल पर निशुल्क तीर्थ यात्रा सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई जाएगी। इसी के साथ तीर्थ यात्रा करने वाले नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं जैसे कि खाने-पीने की सामग्री, रुकने की व्यवस्था आदिभीउपलब्ध करवाईजाएगी।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत वहसभी नागरिकजिनकी आयु 60 वर्ष से ऊपर है या फिर 60% से ज्यादा विकलांग है, वह अपने साथ अपनी देखभाल के लिए एक सहायक को भी ले जा सकते हैं। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के तीर्थ स्थलों को शामिल किया गया है।
बुजुर्गों के लिए मध्यप्रदेशसरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना पर बड़ा अप डेट सामने आया है। नए साल 2023 से बुजुर्ग रेल और बस के बाद अब हवाई यात्रा से तीर्थों के दर्शन का लाभ उठा सकेंगे। सीएम, शिवराज सिंह चौहान ने इसका ऐलान किया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुरूप मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में अब बस और रेल यात्रा के बाद हवाई यात्रा के द्वारा भी बुजुर्गों को दूरस्थ तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाएंगी।इसके तहत नए वर्ष में पहवाई तीर्थ दर्शन यात्राएं प्रारंभ होंगी।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अप्रैल, 2022 से काशी विश्वनाथ की तीर्थयात्रा के साथ पुन: प्रारंभ की गई है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना प्रारंभ करने वाला देश का पहला राज्य है मध्यप्रदेश। मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को देश के विभिन्न राज्यों ने अपने यहां लागू किया है।
नए साल में बुजुर्ग तीर्थयात्रीहवाई सफरकरेंगे ट्रेन से जाने मेंअसमर्थ तीर्थयात्रियों के लिए सुविधा। नए साल में तीर्थ दर्शन यात्रा होगी 21 जनवरी से शुरू, होकर 3 अप्रैल तक चलेंगी यात्राएं। धर्मस्व विभाग ने सभी कलेक्टर को दिए तैयारियों के निर्देश। रामेश्वरम, द्वारका, जगन्नाथपुरी के करवाएंगे दर्शन। वाराणसी, अयोध्या, शिर्डी और कामाख्या तीर्थ स्थल यात्राएं जाएंगी। तीर्थ यात्रा के लिए कोरोना के दोनों डोज लगना जरुरी है।