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13 जनवरी को बनारस को मिलेंगी दो सौगात, टेंट सिटी व सबसे लंबी क्रूज यात्रा की पीएम और सीएम करेंगे शुरुआत,,,।
एजेंसी डेस्क : (लखनऊ ब्यूरो),।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 13 जनवरी को क्रूज गंगा विलास की शुरुआत काशी से होगी।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअल तरीके से मौजूद रहेंगे और वही हरी झंडी दिखाएंगे। साथ ही टेंट सिटी और जून तक चलने वाले बैलून फेस्टिवल का शुभारंभ भी सीएम योगी करेंगे।
वाराणसी: नए साल के साथ वाराणसी में बहुत कुछ नया होने जा रहा है और इसकी शुरुआत 13 जनवरी यानी मकर संक्रांति के पहले होगी,इन दो नए प्रोजेक्ट से न सिर्फ बनारस को नई पहचान मिलेगी, बल्कि विश्व पटल पर बनारस की छवि और भी ज्यादा बेहतर होगी। इस प्लानिंग के तहत 13 जनवरी को गंगा उस पार तैयार की गई टेंट सिटी के अलावा जून तक चलने वाले बैलून फेस्टिवल काशुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 13 जनवरी को क्रूज गंगा विलास की शुरुआत भी वाराणसी से होगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअल तरीके सेमौजूद रहेंगे और वही से पीएम मोदीहरी झंडी दिखाएंगे।
जलमार्ग से बनारस से डिब्रूगढ़ के बीच चलने वाले क्रूज गंगा विलास के वर्चुअल उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री 13 जनवरी को काशी में रहेंगे। इन दोनों नए प्लानिंग के बाद वाराणसी पर्यटन की दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण हो जाएगा, क्योंकि गंगा किनारे बसी टेंट सिटी समेत इस लंबी क्रूज यात्रा को लेकर बहुत उत्साह के साथ पर्यटकों को भी इसका इंतजार था। सबसे बड़ी बात यह है कि जनवरी से लेकर मार्च तक पर्यटकों की आमद बहुत अच्छी खासी रहती है। इसलिए इस दौरान यह दोनों आयोजननिश्चित तौर पर यूपी को भी पर्यटन की दृष्टि से एक मजबूत शुरुआत नए साल पर देंगे।
वहीं, 17 जनवरी से बनारस में शंघाई सहयोग संगठन एससीओ के समन्वयकों का सम्मेलन शुरू होगा। इसमें सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ देश के सभी राज्यों के समन्वयक भी रहेंगे। सम्मेलन में सांस्कृतिक व पर्यटन गतिविधियों के विस्तार और संभावनाओं पर चर्चा होगी। प्रतिनिधियों के सामने नजीर के रूप में टेट सिटी, बैलून व बोट महोत्सव सामने होंगे।
पांच से सात दिनों का बैलून महोत्सव पर्यटनविभाग कराएगा। इस बारे में कमिश्नर कौशल राज शर्मा का कहना है कि जून तक बैलून फेस्टिवल समय-समय पर होता रहेगा, यह लगातार नहीं किया जाएगा। इसके अलावा राजघाट से लेकर अस्सी घाट के बीच हाथ वाली नौका की रेस भी करवाई जाएगीइसे लेकरनाविकों से बातचीत की जा रही है, इसके अतिरिक्त भी कई आयोजन जून तक चलते रहेंगे, जो पर्यटकों के लिए काफी रोमांच से भरे होंगे।