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पीएम मोदी 28 जनवरी को NCC PM रैली को करेंगे संबोधित, 19 देशों के 196 अधिकारी और कैडेट समारोह में होंगे शामिल,,,।

पीएम मोदी 28 जनवरी को NCC PM रैली को करेंगे संबोधित, 19 देशों के 196 अधिकारी और कैडेट समारोह में होंगे शामिल,,,।


नई दिल्ली, पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को नई दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में वार्षिक एनसीसी पीएम (NCC PM) रैली को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी है।वसुधैव कुटुम्बकम (Vasudhaiva Kutumbakam) की सच्ची भारतीय भावना के तहत कुल19 देशों के 196 अधिकारियों और कैडेट को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। मालूम हो कि राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) इस वर्ष अपनी स्थापना का 75वां वर्ष मना रहा है।

रैली में होगा सांस्कृतिक,कार्यक्रम

इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी एनसीसी के 75 वर्ष पूरा होने के मौके पर 75 रुपये मूल्य का एक स्मारक सिक्का भी जारी करेंगे। पीएमओ द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि इस रैली में एक भारत श्रेष्ठ भारत विषय पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। मालूम हो कि पीएम मोदी ने बुधवार को नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा, 'आप युवा हैं, यह आपके लिए भविष्य बनाने का समय है। आप नए विचारों और नए मानकों के निर्माता हैं। आप नए भारत के अग्रदूत हैं।'

देश में हो रहे बदलावों के प्रति खुद को रखें जागरूक,,,,,,,

अपनी विरासत पर गर्व और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के संकल्प का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने इन संकल्पों में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया। भविष्य के लक्ष्यों और संकल्पों को देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए मोदी ने कहा कि वर्तमान के प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर समान रूप से जोर देना होगा। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे देश में हो रहे बदलावों के प्रति खुद को जागरूक रखें और चलाए जा रहे अभियानों में उत्सुकता से भाग लें।

स्वच्छभारत अभियान को जीवन के मिशन के रूप में लें युवा,,,,,,,

स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के प्रत्येक युवा को इसे जीवन के मिशन के रूप में लेना चाहिए और अपने इलाके, गांव, कस्बों और शहरों को साफ रखने की दिशा में काम करना चाहिए। इसी तरह उन्होंने उन्हें अमृत महोत्सव के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों पर कम से कम एक किताब पढ़ने के लिए कहा।