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छह साल बाद गांव पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, बोले- अब भारत में बनेंगे टैंक, गोले और मिसाइल,,,।

एजेंसी डेस्क : (चंदौली ब्यूरो),। यूपी के चंदौली जिले में स्थित अपने पैतृक गांव भभौरा पहुंचे।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश वासियों को नववर्ष की बधाई दी। कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत हम लोंगों ने निर्णय लिया है कि अब बड़े-बड़े टैंक, गोले, मिसाइल आदि भारत में बनेंगे, भारत वासियों के हाथों बनेंगे, भारत के लिए और पूरी दुनिया के लिए बनेंगे।रक्षा मंत्री शनिवार को अपने पैतृक गांव भभौरा में अपनी भाभी के तेरहवीं में शामिल होने के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत थल सेना, वायु सेना और जल सेना को मजबूत बनाने के लिए आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दे रहा है। सेना भारत में निर्मित स्वदेशी उपकरणों की खरीद पर जोर दे रही है।
एक प्रश्न केजवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं के शौर्य का कोई सानी नहीं है। जवानों के कारण देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर टिप्पणी करने से उन्होंने इंकार करते हुए कहा कि यह उनकी पार्टी का मामला है। कहा कि भारत के कोविड-19 की पूरी दुनिया में सराहना की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना से जंग जीतने में सफल हो।
रक्षामंत्री को देखने को उमड़ पड़ा इलाका,,,,,,,

रक्षामंत्री ने कहा कि जो हमारा देश भारत 2014 से पहले दुनिया के टॉप 10 इकोनामी में आता था वह आज टॉप फाइव इकोनामी में आकर खड़ा हो गया है। यह मानना है कि 2027 आते-आते भारत दुनिया के टॉप थ्री बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में आकर खड़ा हो जाएगा और इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता कि अमृत काल आते-आते 2047 में हमारा भारत दुनिया की सबसे बड़ी और टॉप अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
चकिया विकासखंड का भभौरा गांव रक्षामंत्री राजनाथ सिंह छह वर्षों के बाद जब वे शनिवार को भाभी नयनतारा देवी के तेरहवीं में पहुंचे तो उनको देखने के लिए पूरा इलाका उमड़ पड़ा। भीड़ इतनी हुई कि पुलिस को संभालने में पसीने छूट गए। हर कोई बस रक्षामंत्री का एक झलक पाने को उतावला रहा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भभौरा में आखिरी बार 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान आए थे। इसके बाद छह वर्षों बाद शनिवार को जब वे तेरहवीं में पहुंचे तो उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई। एसपी, सीओ और अन्य अधिकारी खुद भीड़ को संभालने में जुटे थे। इसके बाद भी कई बार भगदड़ की स्थिति रही। हर कोई बस एक बार राजनाथ सिंह की झलक पाना और उनसे मिलने को उतावला थ। लोगों की भीड़ से भोजन पंडाल का गेट टूटकर नीचे गिर पड़ा। हालांकि लोगों ने उसे संभाल लिया। वहीं रक्षामंत्री को देखने की होड़ में कई युवा खेत में गिर पड़े।
