bageshwar dham controversy
बिलासपुर की सुल्ताना बेगम क्यों बांधेंगी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को राखी, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान,,,।
एजेंसी डेस्क : बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को राखी बांधेगी बिलासपुर की सुल्ताना बेगम।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार में शनिवार को सुल्ताना ने हिंदू धर्म अपनाया है.सुल्ताना बेगम ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपना भाई भी बनाया है. सुल्ताना का नामकरण भी बागेश्वर धाम सरकार के मंच पर रविवार को किया जाएगा. इसके अलावा मंच से सुल्ताना बेगम ने सब को हिंदू धर्म अपनाने के लिए रोते हुए अपील की है।
सुल्ताना ने बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में अपनाया हिंदू धर्म,,,,,
दरअसल सुलताना शुक्रवार को बिलासपुर से रायपुर आई थीं। शुक्रवार रात के सवाल जवाब में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सभा में शामिल हुई थीं. लेकिन सुल्ताना बेगम को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला.लेकिन शनिवार को दिव्य दरबार लगा इसमें सुल्ताना बेगम ने लाखों की भीड़ में मंच से हिंदू धर्म अपनाया।
इसके पीछे सुल्ताना ने वजह बताई है. सुल्ताना ने कहा कि मेरा मन बोलता है कि हिंदू धर्म से अच्छा कोई धर्म हो ही नहीं सकता है. क्योंकि यह धर्म सभ्यता और संस्कार वाला धर्म है. इसमें भाई बहनों में शादियां नहीं होतीं. इसमें औरतों की जिंदगी तलाक तलाक तलाक बोलके बर्बाद नहीं होती है. हिंदू धर्म में एक बार शादी होती है सात फेरों के साथ, सिंदूर का मांग होता है, मंगलसूत्र का सोलह श्रृंगार होता है।
रामकथा में होगा सुल्ताना का नामकरण,,,,,,,
आपको बता दें कि दिव्य दरबार में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुल्ताना से पूछा कि किसी के कहने या बुलाने पर तो नहीं आई हो? इसके जवाब में सुल्ताना ने कहा कि अंतरात्मा की आवाज सुनकर आई हूं मैं, फिर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुल्ताना को सनातन धर्म में स्वागत किया और घोषणा की कि रविवार को कथा मंच से आपका नामकरण करवाया जाएगा. आज से 100 करोड़ हिंदू भाई का परिवार है बहन. फिर सुल्ताना बेगम ने कहा मैं आपको भाई बनाना चाहती हूं तो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने तुरंत हां में जवाब दिया और बोले आप राखी ले आना और व्यास पीठ पर ही राखी बांध देना।
कृष्ण भगवान की पूजा करने पर परिवार ने त्यागा,,,,,,,
सुल्ताना बेगम ने बताया कि वो छत्तीसगढ़ बिलासपुर की रहने वाली है. पिता का नाम आमिर खान है, 3 भाई और माता का नाम सरवरी बेगम है. सुल्ताना ने आगे कहा मेरे घर वालों ने मुझे त्याग दिया है. क्योंकि मैं मूर्ति पूजा करती हूं. घर वाले बोलते हैं तू मुस्लिम के नाम पर कलंक है. मरेगी तो जहन्नुम में जाएगी, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि मैं दो बार मथुरा जाकर आ चुकी हूं. लड्डू गोपाल की पूजा करती हूं. घर में तीनों टाइम नहा कर उनको भोग लगाकर झूठा खाती हूं. इसलिए मेरे माता पिता और भाई कोई भी मिलने नहीं आता।