Headlines
Loading...
हिम्मत हो तो कुरान को लेकर बोलो,बोला तो सर तन से जुदा हो जायेगा,रामचरित मानस पर गिरिराज सिंह ने कहा-हिंदू होकर भी हिंदुत्व के खिलाफ बोलना एक फैशन,,,।

हिम्मत हो तो कुरान को लेकर बोलो,बोला तो सर तन से जुदा हो जायेगा,रामचरित मानस पर गिरिराज सिंह ने कहा-हिंदू होकर भी हिंदुत्व के खिलाफ बोलना एक फैशन,,,।


Published from Blogger Prime Android App

पटनाः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पटना में कांग्रेस और बिहार सरकार पर हमला किया।

Published from Blogger Prime Android App

रामचरित मानस पर सिंह ने कहा कि जैसे भाग्वत गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है वैसे ही क़ुरान मुस्लिमों का पवित्र ग्रंथ है। कुरान को लेकर कोई कुछ नहीं बोलता क्योंकि सर तन से जुदा कर दिया जाता है। हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ के खिलाफ बोलना आज के समय में फैशन बन गया है।

मंत्री ने कहा कि इसमें कोई भी नया बात नहीं है। जहां रामायण, भागवत जैसे पवित्र ग्रंथ पर विवादित बयान दिया जाता है, वहां एक समाज को लेकर इस तरह की बात कही जाए तो अधिक अचरज नहीं होता है। हालांकि, इसके बाद उन्होंने एक बार फिर से यह कहा कि राजद के किसी भी नेता में हिम्मत है तो मुसलमानों का भी पवित्र ग्रंथ कुरान को लेकर कुछ टिप्पणी करें।

इस पर अगर कोई बयान देता है तो सर तन से अलग हो जाएगा। लेकिन, सनातन पर गाली देने का एक फैशन हो चुका है। इसके आलावाउन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा किे नीतीश कुमार अब एक लाचार मुख्यमंत्री बन चुके हैं। यह एक मुख्यमंत्री हैं जो अपने मंत्रियों को समझा नहीं पा रहे हैं।तो यही कहा जाएगा कि, नीतीश कुमार धृतराष्ट्र जैसे बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। बिहार में धार्मिक उन्माद फैले  यही नीतीश कुमार चाह रहे हैं,यह तो जनता ही समझेगी। 

Published from Blogger Prime Android App

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुला के तरफ से की गई तारीफ को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जमकर हमला बोला है।उन्होंने कहा है कि फारुख अब्दुल्ला को तो अपनी हकीकत मालूम चल गई है। लेकिन, राहुल गांधी को अभी भी समझ नहीं आ रहा है कि वो करना क्या चाहते हैं। गिरिराज सिंह पटना में आज पत्रकारों से बात कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि फारुख अब्दुला ने राहुल गांधी की तुलना शंकराचार्य से करते हुए कहा था कि, सदियों पहले जब सड़क नहीं थी तो शंकराचार्य ऐसी ही यात्रा पर निकले थे।

अब उनके बाद राहुल गांधी ऐसे नेता हैं जो इस तरह की यात्रा पर निकले हैं। अब इसी को लेकर अब आज भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला को काफी समय से राजनीति और उम्र का तजुर्बा है। लेकिन राहुल गांधी को अभी समझ नहीं आया है कि राहुल गांधी शंकराचार्य के मठ पर जाएंगे या अपने दादाजी के इलाहाबाद वाले मजार पर।

इसके आलावा उन्होंने गुजरात दंगों पर बीबीसी के द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री पर केंद्र सरकार के तरफ से रोक लगाए जाने पर कांग्रेस के तरफ से किए जा रहे विरोध को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि देश में अब एक नई संस्कृति पैदा हुई है। मोदी को गाली देते- देते लोग अब देश की संस्कृति पर भी सवाल उठाने लगे हैं।

अब ये लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग को भी गाली दे रहे हैं। वहीं, राजद कोटे के मंत्री के तरफ से सवर्णों को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर कहा कि वह आलोक मेहता,जिस राजनितिक दल(राजद) में हैं, उसका इतिहास रहा है वोट के लिए समाज को तोड़ना, तो वो ऐसा काम हमेशा करते रहते हैं।