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अपनी कुल्हड़ चाय : मिर्जापुर में खुली अनोखी दुकान, चाय की चुस्की के साथ लोग ले रहे कुल्हड़ का स्वाद,,,।
मिर्जापुर: उत्तरी भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. कड़ाके की ठंड में हर किसी की चाय पहली पसंद हैं।
अभी तक आपने गरमा-गरम चाय डिस्पोजल या कुल्लड़ में पी होगी और पीने के बाद फेंक भी दिया होगा, लेकिन हम आज मिर्जापुर के एक ऐसे चाय की दुकान की बात कर रहे है, जहां लोग चाय पीने के बाद कुल्हड़ भी खा जाते हैं।
चाय पीने के बाद लोग खा जाते हैं कुल्हड़,,,,,,,
अगर कोई आपको चाय पीने के बाद कुल्लड़ को खाने की बात कहे, तो आप थोड़ा सा अपने आपको असहज महसूस करेंगे, लेकिन मिर्जापुर में पहली बार एक नई चाय की दुकान खुली है जहां लोग चाय पीने के बाद कुल्हड़ भी खा ले रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं शास्त्री पुल के पास 'अपनी कुल्लड़ चाय' की दुकान की। दुकानदार आमिर शेख ने दुकान खोली है। लोगों को स्पेशल चाय बिस्किट के बनी कुल्हड़ में देते हैं, जिसे लोग चाय पीने के बाद बिस्किट से बनी कप को खा जाते हैं. चाय के साथ कप खाने वाली इस स्पेशल चाय की कीमत मात्र 20 रुपये है. बाकी की चाय 10 रुपये की है। मिर्जापुर में अभी शास्त्री सेतु और विंध्याचल मंदिर के पास दुकान चल रही है, और ब्रांच खोलने के लिए आमिर बात कर रहे हैं। दुकानदार आमिर का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा कस्टमर आने से"अपनी कुल्हड़ चाय" सेअच्छी खासी कमाई भी हो रही है।
20 फ्लेवर की मिलती है चाय,,,,,,,
घर से लेकर गली-नुक्कड़ और ऑफिस तक में चाय पसंद की जाती है। इसी को देखते हुए मुंबई में ओला चला रहे आमिर ने एक दिन दोस्तों के साथ बैठेकर चाय की दुकान खोलने का विचार किया। इसके बाद वो मिर्जापुर आए और अपना नया स्टार्टअप अपनी कुल्हड़ चाय के नाम से दुकान शुरू किया।
मिर्जापुर में पहली ऐसी चाय की दुकान होने की वजह से लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. लोगों को लगता था कि कप में किसी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन धीरे-धीरे अब लोग समझ गए हैं और अब खाने वाले कुल्हड़ में चाय मांगते हैं।
आमिर ने मीडिया को बताया कि उनकी दुकान में 20 फ्लेवर की चाय मिलती है। जहां दूर दराज से लोग चाय पीने आते हैं। लोगों को चाय इतनी स्वादिष्ट लगती है कि लगभग 90 प्रतिशत ग्राहक दुबारा चाय पीने जरूर आते हैं।
ओला की नौकरी छोड़कर खोली चाय की दुकान,,,,,,,
डिस्पोजल या कुल्हड़ में चाय पीने के बाद फेकने में दिक्कत होती है. साथ ही गंदगी भी ज्यादा होती है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है. इसको लेकर आमिर ने डिस्पोजल की जगह खाने वाले कप में चाय दे रहे हैं. लोग चाय पीने के बाद कप को खा जा रहे हैं, जिससे किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो रही है।
आमिर मिर्जापुर के विंध्याचल थाना क्षेत्र के विजयपुर गांव के रहने वाले हैं। मुंबई में ओला चलाते थे हाल ही में ओला की नौकरी छोड़कर चाय की दुकान खोलकर चर्चा में आ गए हैं।
दुकान पर चाय पीने आए ग्राहकों ने मीडिया को बताया कई बार देखा था कि "चाय पियो और कुल्हड़ खा जाओ" तो नाम बहुत अटपटा लगता था। आने का मन नहीं करता था, आज दुकान पर आ गया और चाय पीने के बाद कुल्हड़ भी खाया। यहां चाय पीने और कुल्हड़ खाने के बाद लग रहा है कि पैसा वसूल हो गया। इनके यहां कई फ्लेवर की चाय है, यहां बहुत स्वादिष्ट चाय मिलती है, इनके चाय की क्वालिटी बहुत अच्छी है।