एजेंसी डेस्क : (ब्यूरो,उज्जैन),।माघ मास की संकष्टी चतुर्थी मंगलवार को सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जा रही है।
चतुर्थी मंगलवार के दिन होने से इसे अंगारकी चतुर्थी भी कहा जा रहा है। इस महापर्व पर भगवान चिंतामन गणेश को सवा क्विंटल तिल्ली के लड्डुओं का महाभोग लगाया गया।शहर के अन्य गणपति मंदिरों में भी तिल महोत्सव मनाया जा रहा है।
उज्जैन स्थित चिंतामन गणेश मंदिर के पुजारी पं.शंकर का कहना है कि माघ मास कीसंकष्टी चतुर्थी साल की 12 संकष्टी चतुर्थियों में बड़ी मानी गई है। इस दिन भगवान चिंतामन गणेश के पूजन का विधान है। देशभर से भक्त यहां सुख समृद्धि, मांगलिक कार्यों में आ रहे व्यवधान को दूर करने के लिए भगवान के दर्शन पूजन व प्रार्थना करने आते हैं। माघी चतुर्थी पर मंदिर में तिल महोत्सव मनाया जाता है।
इस बार भी अब उत्सव भव्य रूप से मनाया जा रहा है। मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। मंगलवार तड़के 4 बजे मंदिर के पट खोल दिए गए हैं। इसके बाद भगवान का अभिषेक पूजन कर विशेष श्रृंगार किया गया। इसके बाद भगवान को तिल से निर्मित 56 पकवानों के साथ सवा क्विंटल तिल्ली के लड्डुओं का महाभोग लगाकर आरती की गई। दिनभर दर्शन का सिलसिला चलेगा।मंदिर में भक्तों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं।
बड़े गणेश को लगेगा 51 हजार लड्डुओं का भोग,,,,,,,
माघी संकष्टी चतुर्थी पर मंगलवार को महाकाल मंदिर के समीप स्थित भगवान बड़े गणेश की स्थापना का 114वां स्थापना दिवस भी है। ज्योतिर्विद पं.आनंदशंकर व्यास ने बताया मंगलवार सुबह भगवान का अभिषेक पूजन व श्रृंगार हुआ। इसके बादभगवान को 51 हजार तिल्ली के लडडुओं का भोग लगाया गया। वैदिक विद्वान व बटुक गणपति अथर्वशीर्ष के पाठ करेंगे। भगवान को एक हजार दुर्वा, एक हजार लाल पुष्प भी चढ़ाए जाएंगे।
सिद्ध विनायक मंदिर में लगा छप्पन भोग,,,,,,,
महाकाल मंदिर परिसर स्थित श्री सिद्ध विनायक गणेश मंदिर में चतुर्थी पर भगवान को तिल से बने छप्पन पकवानों का भोग लगाया गया। पुजारी पं.दिलीप उपाध्याय ने बताया कि दोपहर 1 बजे मंदिर समिति के अधिकारी व सदस्यों द्वारा आरती की गई। फिर दर्शनार्थियों के लिए मंदिर रात भर खुला रहेगा। दोपहर 5:00 बजे तक मंदिर में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ कतारों में लगी रही और अब तक एक लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए।