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फर्जी आधार-पैनकार्ड से लोन पर इलेक्ट्रॉनिक सामान लेने वाले पांच गिरफ्तार, ऐसे खुली फर्जीवाड़े की पोल,,,।

फर्जी आधार-पैनकार्ड से लोन पर इलेक्ट्रॉनिक सामान लेने वाले पांच गिरफ्तार, ऐसे खुली फर्जीवाड़े की पोल,,,।



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एजेंसी डेस्क:कूटरचित दस्तावेज, फर्जी आधार और पैनकार्ड के जरिये लोन पर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। 

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पांच आरोपियों को साइबरक्राइम थाना सारनाथ की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार किया।कब्जे से 29 आधार कार्ड, दो फर्जी निर्वाचन कार्ड, एक फर्जी पैनकार्ड, विभिन्न मल्टीमीडिया कंपनियों के फर्जी कागजात, कंप्यूटर और तीन बाइक समेत 23 हजार रुपये नकदी बरामद हुई। 

साइबर क्राइम थाना के प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में मिर्जापुर कटरा थाना अंतर्गत पथरहिया निवासी आनंद गुप्ता, जौनपुर के जलालपुर थाना अंतर्गत असबरनपुर निवासी सुजीत कुमार यादव, चौबेपुर के धौरहरा का धर्मेंद्र यादव, चंदौली कमालपुर का रहने वाला शिवानंद उर्फ मोनू और जौनपुर के लाइन बाजार स्थित जयराम पट्टी निवासी अभिषेक यादव हैं।

इन सभी का साइबर गिरोह है, जो धोखाधड़ी कर लोगों को चपत लगाते हैं। साइबर क्राइम प्रभारी के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह सभी माइक्रो फाइनेंस कंपनी व शेयर मार्केट से जुडे़ हैं। इसमें शामिल आनंद गुप्ता जो कि फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस कंपनी पांडेयपुर में वर्ष 2021 से नौकरी कर रहा है।

गांव-गांव में भ्रमण कर लोगों से फाइनेस संबंधित पैसा व लोन कराता है। पुलिस की पूछताछ में आनंद ने बताया कि वह लोगों से आधार कार्ड व पैन कार्ड, फोटो आदि व बैंक विवरण आदि लेता था और धर्मेंद्र यादव के गांव में फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस का काम करता था। 

धर्मेंद्र के माध्यम से अभिषेक उर्फ ऋषि यादव व सुजीत यादव से परिचय हुआ था, अभिषेक उर्फ ऋषि यादव भी माइक्रो फाइनेंस कंपनी में काम कर चुका है और शिवानंद से वर्ष 2020 में परिचय हुआ था। सभी लोग अपने-अपने मोबाइल के माध्यम से डाटा कलेक्शन से प्राप्त दस्तावेज को एक दूसरे से आपस में साझा करते थेऔर शिवाकांत कूटरचना करके दस्तावेजों को फर्जी रूप से तैयार करता था।उसके माध्यम के फर्जी नाम व पता पर विभिन्न लोन कंपनियों से लोन लेने का काम व मोबाइल, इलेट्रॉनिक सामान ईएमआई पर लेते थे।

आधार कार्ड पर नाम किसी और की, फोटो किसी और कीपुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह इस तरह से वह सारनाथ के दानियालपुर निवासी राजकुमार के आधार व पैन कार्ड को कंप्यूटर के जरिये छेड़छाड़ और कूटरचना कर धोखे से राजकुमार के नाम से फर्जी आधार व पैन कार्ड पर सुजीत कुमार का फोटो लगाया।

वहीं, राजकुमार के बैंक खाता संख्या से ऑनलाइन किस्त पर 45 हजार का मोबाइल और होम थियेटर खरीदा। नाम व पता राजकुमार के फर्जी दस्तावेज पर फाइनेंस कराया गया था। कई फाइनेंस कंपनियां छोटे-छोटे लोन केवल आधार कार्ड पर दे देतीं हैं, और किस्त नहीं भरने के कारण जब कंपनी वाले आधार कार्ड के पते पर जाते है तो वहां कोई नहीं मिलता।

ऐसे पकड़ में आए साइबर जालसाज,,,,,,, 

साइबर क्राइम के तकनीकी विशेषज्ञ श्याम लाल गुप्ता ने बताया कि राजकुमार का बैंक खाता विवरण देकर सभीआरोपी फंस गए। मोबाइल कंपनी वाला पहले राजकुमार के फर्जी पते पर गया। जब कोई नहीं मिला तब तक वह बैंक खाता धारक के पास गया। जब राजकुमार से बैंक कर्मियों ने मुलाकात की तो फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया। तब राजकुमार ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया।