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गोरखनाथ मंदिर पहुंचे सीएम योगी, खिचड़ी मेला की तैयारियों का लिया जायजा,,,।
एजेंसी डेस्क : मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगने वाले खिचड़ी मेले के लिए मंदिर परिसर सज कर तैयार है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले खिचड़ी मेला की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे।एक महीने से अधिक समय तक चलने वाले मेले में देश-विदेश श्रद्धालु आकर गुरु गोरखनाथ को आस्था की खिचड़ी चढ़ाते हैं।
मान्यता है कि गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा त्रेता युग से चलीआ रही है।कहा जाता है कि गुरु गोरखनाथ कांगड़ा में ज्वाला देवी के दरबार में गए। वहां पर देवी ने उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया तो गुरु गोरखनाथ ने कहा कि वह तो खिचड़ी खाते हैं। आप पानी गरम कीजिए, बाकी सामग्री लेकर आते हैं। गुरु गोरखनाथ वहां से निकले तो गोरखपुर आ गए।
आज जहां गोरखनाथ मंदिर है, वहीं पर उन्होंने अपनी धुनी रमा दी और खप्पर रख दिया। उस दिन मकर संक्रांति थी। किसी संत के आने की सूचना से क्षेत्र के श्रद्धालु वहां पहुंचने लगे। लोग उनके खप्पर में खिचड़ी डालने लगे पर वह भरा नहीं। कहा जाता है कि गुरु गोरखनाथ ने वहीं खिचड़ी बनवाई और जितने भक्त आए सभी को खिलाया, पर खिचड़ी कम नहीं हुई। तब से खिचड़ी चढ़ाने की शुरू हुई परंपरा आज भी कायम है। हर साल मकर संक्रांति पर खिचड़ी मेला लगता है।मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी चढ़ाने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसलिए मुख्य द्वार से लेकर गर्भगृह के पास तक बैरिकेडिंग की व्यवस्था मंदिर प्रबंधन की तरफ से की जाती है। शुक्रवार को बल्लियां तथा मंदिर परिसर में लोहे की पाइप लगाकर बैरिकेडिंग कर दी गई।
गुरु गोरखनाथ को खिचड़ीचढ़ाने तथा दर्शन करनेकेलिएमहिलाओं और पुरुषों के लिए दो-दो लाइनों के साथ बीच में एक वीवीआईपी लाइन होती है,जिस रास्ते विशिष्ट लोग ही जाते हैं। हर जगह मंदिर के वालंटियर तैनात रहते हैं।
मेले में आए श्रद्धालुओं को कोई दिक्त न हो, इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सात पुलिस चौकी के अलावा एक थाना बनाया गया है। परिसर में 72 सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा एटीएस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान तैनात हैं। खिचड़ी चढ़ाने आने वाले श्रद्धालुओं के रहने के लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से हिंदू सेवाश्रम, यात्री निवासी, पर्यटक सुविधा केंद्र में रहने की व्यवस्था की गई है। कई स्थानों पर स्थायी और अस्थायी शौचालय का निर्माण कराया गया हैनगरनिगम व बिजली विभाग व्यवस्था में लगा हुआ है।