यूपी न्यूज
बनारसियों को ठगने वालों साइंस सिटी निर्देशक व साथियों पर ईओडब्ल्यू की नजर,,,।

एजेंसी डेस्क : वाराणसी (ब्यूरो)। पांच लाख के इनामी भगोड़े राशिद नसीम का भाई और शाइन सिटी का निदेशक आसिफ नसीम इन दिनों वाराणसी जिला जेल में बंद है।

ईओडब्ल्यू उससे लगातार पूछताछ कर रही है। इसमें कई ऐसे लोगों के नाम भी सामने आए हैं,जो बनारस समेत आस पास के जिलों में लुभावने ऑफर देकर आमजन से ठगी में जुटे थे। इनकी संख्या 20 से अधिक है , जिनकी बहुत जल्द ही धरपकड़ शुरू हो सकती है। इसके अलावा गुजरात की कंपनी पर भी शिंकजा कसा जाएगा , जिसकी मदद से राशिद नसीम देश छोडऩे से पहले 30 करोड़ से ज्यादा की धनराशि विदेश भेजी गई थी।
र्ईओडब्ल्यू वाराणसी कर रही 80 मुकदमों की जांच,,,,,,,

शाइन सिटी कंपनी के संचालकों और उनके करीबियों के खिलाफ वाराणसी समेत पूरे प्रदेश के अलग-अलग 452 मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से 80 मुकदमों की जांच र्ईओडब्ल्यू की वाराणसी इकाई कर रही है। इसी सिलसिले में पूछताछ के लिए आसिफ नसीम को लखनऊ से वाराणसी जिला जेल लाया गया हैआसिफ नसीम से पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार, धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज होने लगे तो एमडी राशिद नसीम ने वर्ष 2019 में देश छोड़ दिया।
वाराणसी में कई जगह है अचल संपत्ति,,,,,,,
शाइन सिटी कंपनी के संचालकों ने वाराणसी के अलावा लखनऊ, प्रयागराज और गाजियाबाद में बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी थी। अब तक की जांच में सामने आए तथ्यों के अनुसार, कंपनी के संचालकों और उनके करीबियों के नाम पर वाराणसी में राजातालाब, बाबतपुर, शिवपुर और रामनगर क्षेत्र में जमीन है। अब अदालत के आदेश से चिह्नित इलाकों में स्थित शाइन सिटी कंपनी की जमीन कुर्क कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
करीबियों के बैंक अकाउंट में 30 करोड़,,,,,,,
भारत से भाग कर एमडी राशिद नसीम नेपाल गया था,फिर नेपाल से ही सऊदी अरब गया था। सऊदी अरब से वह दुबई का रुख कर गया। राशिद नसीम जानता था कि उसके फर्जीवाड़े का भंडा फोड़ जरूर होगा, इसलिए देश छोडऩे से पहले उसने विदेशी लेन देन के लिए अधिकृत गुजरात की एक कंपनी के जरिये 30 करोड़ से ज्यादा रुपये सुरक्षित तरीके से अपने करीबियों के बैंक अकाउंट में विदेश भेजवा दिया। जांच एजेंसियों से जुड़े अफसरों का कहना है कि प्रमाण इसके भी मिले हैं कि देश छोडऩे से पहले राशिद नसीम ने हवाला के जरिये भी तगड़ी रकम अपने करीबियों के पास विदेश भेजी थी। फिलहाल अलग-अलग एजेंसियों की जांच जारी है। राशिद नसीम को देश वापस लाए जाने का इंतजार है।
बनारस और मिर्जापुर की जमीनें भी बेचना चाहता था आसिफ
सस्ती जमीन देने समेत अन्य लुभावने आफर देकर लोगों के करोड़ों रुपये ऐेंठने वाली कंपनी शाइन सिटी का निदेशक आसिफ नसीम लखनऊ की तरह बनारस व मिर्जापुर की जमीनें भी जेल में रहकर बेचना चाहता था. इसकी तैयारी भी शुरू कर दी थी, लेकिन मामला खुल जाने से उसकी साजिश सफल न हो सकी. जिला जेल में बंद आसिफ न्यायिक रिमांड पर है. आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) उससे पूछताछ कर रही और रोज नए राजफाश हो रहे हैं. शाइन सिटी ने वाराणसी में राजातालाब व मिर्जामुराद, शिवपुर, बाबतपुर में जमीनें खरीदी थी. मिर्जापुर में भी लगभग दस बीघे जमीन का एग्रीमेंट कराया था. मिर्जापुर की साइट को इलाहाबाद के कुछ एजेंट देख रहे थे. बनारस की साइट के लिए कुछ लोगों के बैंक एकाउंट में करोड़ों रुपये आसिफ ने भेजे थे.