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गंगा विलास क्रूज व टेंट सिटी संभावनाओं के नए द्वार: योगी आदित्यनाथ,,,।
एजेंसी डेस्क : ब्यूरो,रिपोर्ट : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन हम सब के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आठ साल में बदलते भारत को पूरी दुनिया ने देखा है और काशी के लिए तो आज से संभावनाओं की एक नई यात्रा का शुभारंभ हुआ है।ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को रविदास घाट पर रिवर क्रूज यात्रा के शुभारंभ और गंगा पार बनी टेंट सिटी के उद्घाटन समारोह के दौरान कहीं।
सीएम ने हर-हर महादेव के जयघोष से उद्बोधन शुरू करते हुए कहा कि दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी दुनिया की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात है। पीएम के मार्गदर्शन में काशी विरासत को संरक्षित रखते हुए वैश्विक मानचित्र पर उभरी है। काशी के साथ ही बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम के लिए भी बहुत एतिहासिक है।
यूपी को हमेशा इस बात की तड़प रहती थी कि लैंड लॉक स्टेट होने के कारण हमारे कृषि और एमएसएमई के उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय बाजारों में भेजना महंगा पड़ता था। व्यापारी सदैव इसे लेकर परेशान रहते थे। विगत तीन वर्ष के अंदर पूर्वी बंदरगाह से काशी को जोड़ने का जो कार्य हुआ है, उसके लिए पीएम का आभार जताया।
मुख्यमंत्री ने एमवी गंगा विलास क्रूज के शुभारंभ को काशी में पर्यटन के नये युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम बनने के साथ ही काशी में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ी है। इसके साथ ही संभावनाओं के नये द्वार भी खुले हैं।
गंगा विलास रिवर क्रूज की आगे की दो वर्ष की एडवांस बुकिंग इसका जीता जागता प्रमाण है। काशी आज नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। इससे एक भारत, श्रेष्ठ भारत के अभियान को भी बल मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि गंगा विलास क्रूज का संचालन नमामि गंगा की सफलता की नई ऊंचाई को प्रदर्शित करता है। आठ साल में मां गंगा का जल आचमन तो दूर स्नान के लिए लोगों में आशंकाएं उत्पन्न करता था।
नमामि गंगा अभियान सफलता की ऊंचाई छूते हुए आगे बढ़ा है। 2019 में प्रयागराज कुंभ की सफलता इसी नमामि गंगा की सफलता की कहानी का प्रत्यक्ष प्रमाण है। गंगा के साथ अपनी आजीविका को जोड़ने वाले काशी के 16 सौ से ज्यादा नाविकों के जीवन में परिवर्तन आया है।
सरकार ने नाविक की नावों को सीएनजी से जोड़ने का कार्य किया। आज यहां का हर नाविक एक ही सीजन में पूरे साल की कमाई कर ले रहा है। ये नमामि गंगा परियोजना की सफलता तो है ही, साथ ही नाविकों के स्वावलंबन को भी दर्शाता है।