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पहले भक्कटा,फिर पतंग महोत्सव में शामिल होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह ने की भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना,,,।

पहले भक्कटा,फिर पतंग महोत्सव में शामिल होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह ने की भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना,,,।



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एजेंसी डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को मकर संक्रांति के अवसर पर गुजरात  के अहमदाबाद में श्री जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की।

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पूजा-अर्चना के बाद अमित शाह ने मंदिर के हाथियों को खाना भी खिलाया और बाद में वेजलपुर में पतंगबाजी उत्सव में शामिल हुए।

माघ महीने की होती है शुरुआत,,

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मकर संक्रांति का त्योहार पूरे भारत में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग में कैलेंडर दो प्रकार के हैं। ये पर्व सूर्य आधारित कैलेंडर के आधार पर मनाया जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। सूर्य की उत्तरायण स्थिति के इस पर्व पर भक्त सूर्य को प्रसाद चढ़ाते हैं। मकर संक्रांति शुरू होने पर हिंदू मास माघ महीने का भी प्रारंभ हो जाता है।

पूरे देश में मनाया जाता है पर्व,,,,,,

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हर साल 14 जनवरी को मनाया जाने वाला ये त्योहार देश के विभिन्न हिस्सों में जैसे पोंगल, बिहू और माघी अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस खास दिन नदियों में स्नान का विशेष महत्व है, और देश के कई हिस्सों में श्रद्धालुओं ने स्नान कर घाटों पर पूजा-अर्चना की। गुजरात में इसे उत्तरायण के रूप में मनाया जाता है।

खास है पतंगबाजी,,,,,,,

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उत्तरायण के अवसर पर गुजरात पतंगबाजी महोत्सव के लिए प्रसिद्ध है। सुबह की पूजा खत्म करने के बाद लोग रंग-बिरंगी पतंगों के साथ अपनी छतों पर इकट्ठा होते हैं। पतंगबाजी के दौरान, लोगों को अक्सर हारने वाली टीम को "काई पो छे" चिल्लाते हुए सुना जाता है। इसके अलावा तिल और मूंगफली से बनने वाली चिक्की और सर्दियों की सब्जियों से बनने वाली उंधियू जैसे व्यंजनों का लोग सेवन करते हैं।

पर्यावरण संरक्षण का संदेश,,,,,,,

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मकर संक्रांति, पोंगल, भोगली बिहू, उत्तरायण ये त्योहार फसलों की कटाई के मौसम को भी दर्शाता है। इस दिन से सर्दियों के मौसम का समापन माना जाता है और वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। लोग इस त्योहारों को मनाते हैं जो पर्यावरण को संरक्षित करने की आवश्यकता को भी दर्शाता है। ये पर्व दोस्ती के बंधन को मजबूत करने के लिए भी जाना जाता है।