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2023 महाशिवरात्रि :: वाराणसी शहर का रूट डायवर्जन:मैदागिन से गोदौलिया तक नो व्हीकल जोन, घर से निकलने से पहले पढ़ लें ये खबर,,,।
एजेंसी डेस्क : (वाराणसी, ब्यूरो)।महाशिवरात्रि में काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के भव्य और दिव्य धाम आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का खाका मंगलवार को खींचा गया।
कमिश्नरेट पुलिस ने 17 फरवरी को दोपहर 12 बजे से 18 फरवरी को दर्शन-पूजन के खत्म होने तक मैदागिन से गोदौलिया तक नो व्हीकल जोन घोषित किया है।
लक्सा थाना, बेनिया, सोनारपुरा तिराहा और रामापुरा की ओर से कोई वाहन गोदौलिया चौराहा की तरफ नहीं जाएगा।रिक्शा को भी नहीं जाने दिया जाएगा। पैदल ही आने-जाने की अनुमति दी जाएगी।
महाशिवरात्रि 18 फरवरी को है। इस बार श्री काशी विश्वनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इसको देखते हुए ही सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींच लिया गया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा में जल पुलिस लगाई गई है। गंगा की तरफ ही पीएसी बाढ़ राहत दल और 11 एनडीआरएफ के जवान भी रहेंगे। पीएसी की आठ कंपनी लगाई गई है।
दूसरे जिलों की पुलिस भी बुलाई गई है। 10 एडिशनल एसपी, 10 डिप्टी एसपी, 225 दरोगा व इंस्पेक्टर, 1200 सिपाही व हेड कांस्टेबल बुलाए गए हैं।
श्रद्धालुओं के हुजूम के बीच सादे कपड़ों में भी 200 से ज्यादा महिला और पुरुष पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।
लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) के कर्मचारी माहौल पर नजर रखेंगे।
बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड दशाश्वमेध घाट से लेकर धाम क्षेत्र निगाह बनाए रखेंगे । श्रद्धालुओं की मदद के लिए पुलिस सहायता केंद्र भी बनाए जा रहे हैं। कमिश्नरेट के सभी एसीपी, थाना प्रभारियों को कहा गया है कि शिव बरात से संबंधित समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित कर लें।
सोशल मीडिया की निरंतर निगरानी कराएं। कोई किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाए तो उसका तत्काल खंडन करते हुए सख्त कार्रवाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार नहीं,,,,,,,
अपर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने के बाद यहां रिकॉर्ड संख्या मेंश्रद्धालु आ रहे हैं। महाशिवरात्रि पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आएंगे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सुरक्षा की आड़ में किसी श्रद्धालु से दुर्व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। पुलिस का व्यवहार ऐसा हो कि श्रद्धालु अपने मानसिक छबि में पुलिस के प्रति अच्छा महसूस करें।