एजेंसी खेल डेस्क :: महिला T20 विश्व कप 2022 में आयरलैंड पर जीत के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक बात कही। उन्होंने कहा, जिस तरह से मैं बल्लेबाजी,करना चाहती थी, मुझे नहीं लगता मैं उस तरह से खेली।'
हरमनप्रीत ने बात तो पते की कही, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर वो जैसे खेलना चाहती हैं वैसे खेलेंगी कब ? कहीं ऐसा ना हो जाए कि उनके खेलने से पहले देर हो जाए और फिर सिर्फ हाथ लगे तो पछतावा।
"वो कहावत है ना अब पछताए क्या होत, जब चिड़ियां चुग गई खेत"। कुछ वैसा ही हाल उनका भी ना हो जाए, जिनकी कप्तानी में भारतीय टीम लगातार तीसरी बार महिला T20 विश्व कप (Women's T20 World Cup) के सेमीफाइनल में पहुंची है।
हरमनप्रीत कौर का फॉर्म गुम है,,,,
महिला T20 विश्व कप में भारत के ग्रुप स्टेज के मुकाबले खत्म हो चुके हैं। भारत ने ग्रुप स्टेज पर खेले 4 मैचों में 3 जीते हैं। इन 4 मैचों हरमनप्रीत कौर का प्रदर्शन कहीं से भी उनकी काबिलियत के आसपास भी नहीं दिखा, ऐसे में अब जब सामने सेमीफाइनल है तो प्रश्न बड़ा है, जिसका हल सिर्फ हरमनप्रीत के पास ही है।
4 मैच में बस 66 रन, ऐसे कैसे चलेगा हरमनप्रीत ?
भारत को सेमीफाइनल जीतना है तो हरमनप्रीत कौर पर अपने बल्ले में लगी जंग को हटाना होगा उन्होंने ग्रुप स्टेज पर खेले 4 मैचों में सिर्फ 66 रन बनाए। मतलब औसत 17 से भी नीचे का रहा। वहीं स्ट्राइक रेट 82 से थोड़ा ऊपर, इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 33 रन का रहा।
इसमें कोई दो राय नहीं कि हरमन प्रीत कौर इससे ज्यादा का दम रखती है। उन्होंने इससे कहीं बढ़ कर प्रदर्शन किया भी है। क्योंकि ऐसा नहीं होता तो उनका स्ट्राइक रेट T20 में भारतीय बल्लेबाजों के बीच सबसे बेहतर नहीं होता। वहीं दुनिया भर की महिला बल्लेबाजों में वो स्ट्राइक रेट के मामले में13वें नंबर की बल्लेबाज नहीं होती।
सेमीफाइनल में क्या करेंगी हरमनप्रीत ?
बहरहाल, नेट प्रैक्टिस तो हरमन खूब चल रही है। पर इस प्रैक्टिस का असर जो ग्रुप स्टेज पर नहीं दिखा वो अब हरमनप्रीत कौर को सेमीफाइनल मुकाबले में दिखाना होगा। ऐसा नहीं हुआ तो फिर टीम इंडिया की टेंशन भी टाइट होगी और उस टेंशन के मारे मामला ‘हानिकारक’ भी हो सकता है। क्योंकि सेमीफाइनल में भारत का मुकाबलाऑस्ट्रेलिया से होना है, फाइनल की राह तभी आसान होगी जब सेमीफाइनल मैच जीता जाएगा।