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मेडिकल और स्वास्थ्य : शरीर में ऐसे शुरू होता है सर्वाइकल कैंसर, इन महिलाओं को होता है ज्यादा खतरा,, डॉ. रुकैया अहमद मीर,,,।
एजेंसी हेल्थ डेस्क :::Cervical cancer::दुनियाभर में हर साल कैंसर के केस बढ़ रहे हैं। इनमें महिलाओं में होने वाला सर्वाइकल कैंसर भी मौत का एक बड़ा कारण बन रहा है।
डॉक्टर बताते हैं कि सर्वाइकल कैंसर एक ऐसा कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा को प्रभावित करता है। यह गर्भाशय का एक हिस्सा है जो पेट के निचले हिस्से खुलता है महिलाओं मेंसर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होता है और यह दुनिया भर में अब चौथा सबसे आम कैंसर बन गया है।
दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजीडिपार्टमेंट के डॉ. रुकैया अहमद मीर कहते हैं कि सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों का आसानी से पता नहीं चलता है। देखा जाता है कि महिलाएं कैंसर की स्क्रीनिंग में देरी करती हैं, जिससे सर्वाइकल कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है।
महिलाओं के लिए यह आवश्यक है कि वे अपनी नियमित जांच कराएं और शरीर में दिख रहे सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों की समय पर पहचान करें।
एचपीवी वायरस के करीब 100 प्रकार,,,,,,,
डॉ. रुकैया अहमद मीर कहते हैं कि, सर्वाइकल कैंसर एचपीवी वायरस की वजह से फैलता है। एचपीवी वायरस दुनियाभर में काफी आम है, इसके करीब 100 प्रकार हैं। इनमें से कुछ कैंसर फैलाते हैं।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण काफी देरी से नजर आते हैं इस वजह से अधिकतर केस एडवांस स्टेज में रिपोर्ट किए जाते हैं। सर्वाइकल कैंसर की कुल पांच स्टेज होती हैं। इनमें पहली स्टेज को स्टेज 0 कहते हैं इनमें शरीर में प्रीकैंसरस सेल्स मौजूद होती है. इसके बाद अन्य स्टेज में कैंसर सेल्स महिला के यूटरस और लिम्फ नोड्स में पनपने लगता है। इसके बाद स्टेज 2 और 3 में ये कैंसर यूरिन ट्रैक्ट में फैलता है। स्टेज चार में कैंसर लिवर, हड्डियों और दूसरे हिस्सों में फैलने लगता है। इस स्टेज में इलाज करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है।
जिन महिलाओं की इम्यूनिटी कम होती है और जिनको एचआईवी या कोई अन्य खतरनाक बीमांरी होती है तो उन्हें सर्वाइकल कैंसर का खतरा अधिक होता है।
ऐसे होता है इलाज,,,,,,,
सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी की जाती है। सर्जरी में कैंसर कारक ट्यूमर को निकाला जाता है। रेडिएशन थेरेपी में हाई-एनर्जी एक्स-रे बीम का यूज करके कैंसर सेल्स को खत्म किया जाता है। वहीं, कीमोथेरेपी में कैंसर सेल्स को खत्म करने के लिए दवाएं दी जाती हैं।
ये होते हैं सर्वाइकल कैंसर के लक्षण,,,,,,,
मैनोपोज के बाद भी ब्लीडिंग होना।
यूरिन करते समय दर्द महसूस होता।
पीरिड्यस के अलावा भी ब्लीडिंग होना।
प्राइवेट पार्ट से गंध आना।
ये होते हैं सर्वाइकल कैंसर के लक्षण।
डॉ. रुकैया अहमद मीर ने अपने बातचीत में मीडिया को बताया कि,महिलाओं का धूम्रपान करना ज्यादा मोटापा का होना, ज्यादा गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना और क्लैमाइडिया की वजह से सर्वाइकल कैंसर का रिस्क काफी बढ़ जाता है।