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वाराणसी : समाजवादी पार्टी ने जातिगत जनगणना कराने के लिए वाराणसी से किया अभियान की शुरूआत,,,।
एजेंसी डेस्क : (वाराणसी, ब्यूरो)। समाजवादी पार्टी ने जातिगत जनगणना कराने के लिए सरकार पर दबाब बनाने केलिएअभियान चलाया है।शुक्रवार को वाराणसी से इसकी शुरूआत हो गई है।
अभियान के पहले चरण में प्रदेश के प्रत्येक जिलों में विधानसभा के ब्लाक स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन 05 मार्च तक होगा। इसमें तीन दिन वाराणसी, 26 व 27 फरवरी को सोनभद्र, 28 फरवरी और 01 मार्च को मिर्जापुर, 02 व 03 मार्च को भदोही में संगोष्ठियां होंगी। 4 व 5 मार्च को प्रयागराज में पहले चरण का समापन होगा। समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और एमएलसी राजपाल कश्यप ने शुक्रवार को स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों को ये जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ और समाज वादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी के संयुक्त अभियान में जातीय जनगणना,कराए सरकार सबको सम्मान अधिकार' के नाम से यह आयोजन हो रहा है।
पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा में जातीय जन गणना कराने की मांग प्रमुखता से उठाई थी। अब इसी मांग को लेकर पार्टी गांव-गांव जा रही है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत वाराणसी में 26 फरवरी को कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर होगा, जिसमें पार्टी के दलित वर्ग के कार्यकर्ता भी शमिल होंगे।
वार्ता के दौरान राजपाल कश्यप ने सरकार परभी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में सबको बराबरी का अधिकार दिया है। समाजवादी पार्टी चाहती है कि, जातिगत जनगणना हो और उस आधार पर सबको राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में भागीदारी और अधिकार मिलना चाहिए। सरकार से इसकी मांग लम्बे समय से की जा रही है। लालू प्रसाद यादव और शरद पवार समेत देश के बड़े नेता भी जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं। जातियों में लड़ाने का काम बंद होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में आरक्षण घोटाला हो रहा है। गरीबों के मकानों पर बुलडोजर चल रहा है, झोपड़ियां गिराई जा रही है। जरूरतमंदों को घर व मकान नही मिल रहे हैं। कानपुर की घटना का उल्लेख कर कहा कि गरीब मां-बेटी का घर ढहा दिया गया और उसके नीचे दबकर दोनों की मौत हो गई।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि सरकारी संस्थान बेचकर देश को बचाया जा रहा है यह अमृत युग है । भाजपा सरकार ने 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, और आज किसानों की आय आधी हो गई है। देश में बेरोजगारी चरम पर है। वार्ता में पार्टी के स्थानीय नेता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे।