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वाराणसी : शहरों का नाम बदलने को लेकर मनोज मुंतशिर की दो टूक, लखनऊ और गाजीपुर के नामों को लेकर कही बड़ी बात,,,।

वाराणसी : शहरों का नाम बदलने को लेकर मनोज मुंतशिर की दो टूक, लखनऊ और गाजीपुर के नामों को लेकर कही बड़ी बात,,,।



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एजेंसी डेस्क : (वाराणसी, ब्यूरो)।उत्तर प्रदेश की राजधानीलखनऊ का लक्ष्मणपुर या लखनपुर करने की मांग जोर पकड़ रही है। अभी हाल ही में बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को पत्र लिखकर यह मांग थी। 

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कुछ ऐसी ही मांग वाराणसी पहुंचे बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार मनोज मुंतशिर शुक्ला ने भी की है। इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।

दरअसल, वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में 'काशी शब्दोत्सव' कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने मनोज मुंतशिर शुक्ला बनारस पहुंचे थे। बता दें कि मनोज मुंतशिर तेरी मिट्टी, तेरे संग यारा और फिर भी तुझको चाहूंगा समेत बॉलीवुड के कई शानदार गाने लिख चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने बाहूबली फिल्म के संवाद भी लिखे हैं साथ ही वे भगवान राम के जीवन पर बनने वाली फिल्म आदिपुरुष के डायलॉग भी लिख रहे हैं। इसके साथ ही वे समय-समय पर देश में चल रहे गंभीर मुद्दों पर अपनी राय रखते रहते हैं।

क्या बोले मनोज मुंतशिर शुक्ला,,

कार्यक्रम के बाद मनोज ने मीडिया से बात करते हुए लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर करने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जो नाम पहले था उसी को सही किया जा रहा है। यदि शास्त्रों में लिखित हमारे शहरों का नाम इतिहास में बदले गए हैं तो अब भी बदलने चाहिए। अब तक जो नाम बदले गए हैं, वो बदले नहीं गए बल्कि सही किए गए हैं। लखनऊ और गाजीपुर का नाम अगर पहले कुछ और था, तो उनके नाम भी बिल्कुल बदलना चाहिए।

रामचरिसमानस विवाद पर कहा, 

मानस पर चल रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि इससे समाज का कुछ भी भला होने वाला नहीं है। बाबा तुलसीदास न तो दलित विरोधी थे और न ही स्त्री विरोधी, यह सब भावनाएं भड़काने की कोशिश है।

जो लोग ऐसा कर रहे हैं वो हिंदू धर्म को 50 अलग-अलग खंडों में बांटना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से इस विवाद पर न बटने की अपील की, साथ ही कहा कि यह आपकी परीक्षा है। वे आगे बोले हम पानी के धारे हैं, हम काटे से कटते नहीं हैं बांटे से बटते नहीं हैं।