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मिर्जापुर::मार्च से शुरू हो जाएगा ट्रामा सेंटर में इलाज, गंभीर मरीज नहीं होंगे रेफर,,आचार्य डॉक्टर आर.बी.कमल,,,।
एजेंसी डेस्क : (मिर्जापुर, ब्यूरो)।जिले में सबसे अधिक मौत सड़क हादसे में होती है। सड़क हादसे में घायल होने वाले ज्यादा तर लोगों को ट्रामासेंटर वाराणसी रेफर कर दिया जाता है। कई तो बेहतर उपचार न मिलने के कारण भी जान गवां देते हैं।
ऐसे लोगों को बचाने के लिए नई व्यवस्था बनाई जा रही है। ताकि उनको रेफर न करना पड़े। एक मार्च से मंडलीयअस्पतालपरिसर में स्थित ट्रामा सैंटर को शुरू कर दिया जाएगा। ताकि घायलों को रेफर न कर यहीं उपचार किया जा सके।
जिले में रात के समय उपचार के नाम पर मंडलीय अस्पताल में इमरजेंसी ही है, परंतु सड़क हादसे अथवा मारपीट में गंभीर रूप से घायल होकर आने पर मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया जाता है। जिले में ट्रामा सेंटर है, परंतु उसे उपयोग में नहीं लिया जा रहा था। पूर्व में डॉक्टरों की कमी के चलते ट्रामासेंटर शुरू नहीं हो सका। अब मेडिकल कॉलेज के अधीन होने के चलते डॉक्टरों की संख्या बढ़ गई है।
फिलहाल ट्रामा सेंटर में कोविड का एल-टू अस्पताल बना था, परंतु महीनों से वहां कोई मरीज भर्ती नहीं हुआ है। अब कोविड के संक्त्रस्मित मरीज भी नहीं हैं। इसे देखते हुए प्राचार्य डॉ.आर.बी कमल ने ट्रामा सेंटर को शुरू करने की तैैयारी कर ली है।
प्राचार्य ने बताया कि एसआईसी डॉ. अरविंद सिंह और ओएसडी डॉ. विकास सिंह के साथ मिलकर डॉक्टरों और सुविधाओं की लिस्ट तैयार की जा रही है। एक मार्च से ट्रामा सेंटर शुरू हो जाएगा। इमरजेंसी में रेड, यलो और ग्रीन जोन के हिसाब से मरीजों को बांटकर इलाज की व्यवस्था की जाएगी।
इमरजेंसी में जो भी गंभीर मरीज आएंगे, उनको ट्रामा सेंटर भेजा जाएगा। ट्रामा सेंटर में सर्जन, आर्थो, ईएनटी, मेडिसीन, नर्सिंग स्टाफ 24 घंटे क्त्रस्मानुसार मौजूद रहेंगे। जितने एक्सीडेंटल मरीज आएंगे, वहां रखा जाएगा। वहां से मरीज को वार्ड में भेजा जाएगा,वहां वेंटिलेटर,ऑक्सीजन आदि की सुविधाएं हैं। इसकी सुविधा वहां रहेगी। डॉक्टरों की टीम बनाई जा रही है। एक मार्च से ट्रामा सेंटर में इलाज शुरू कर दिया जाएगा।
प्राचार्य डॉ. आर.बी. कमल का कहना है कि हादसे में घायल होने वाले गंभीर मरीजों के इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में 24 घंटे क्त्रस्मानुसार डॉक्टर मौजूद रहेंगे। इसमें सर्जन, ईएनटी, आर्थो, मेडिसिन आदि के डॉक्टर रहेंगे। इनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। एक मार्च से ट्रामा सेंटर में इलाज शुरू कर दिया जाएगा।