Headlines
Loading...
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 से 25 मार्च के बीच आ सकते हैं काशी,एक हजार करोड़ रुपए का 30 परियोजनाओं की देंगे सौगात,,,।

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 से 25 मार्च के बीच आ सकते हैं काशी,एक हजार करोड़ रुपए का 30 परियोजनाओं की देंगे सौगात,,,।



Published from Blogger Prime Android App

एजेंसी डेस्क : (लखनऊ,ब्यूरो)।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व 23 से 25 मार्च के बीच काशी दौरे पर आ सकते हैं। टीबी दिवस के मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित किया है। इसमें पीएम को आमंत्रित किया गया है।

Published from Blogger Prime Android App

पीएम के दौरे की संभावना के मद्देनजर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेलीफोन के जरिए जिला प्रशासन के अधिकारियों को अलर्ट किया है। साथ ही पीएम के हाथों ज्यादा से ज्यादा परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण की तैयारी का निर्देश भी दिया है। मुख्यमंत्री की ओर से संकेत मिलने के बाद जिला प्रशासन की तैयारी में तेजी आ गई है। उधर, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पीएम के आगमन की हरी झंडी का इंतजार है। होली बाद इस पर मुहर लग सकती है। इससे पूर्व वह 19 नवम्बर को काशी-तमिल संगमम् का उद्घाटन करने बनारस आए थे। करीब चार माह बाद एक फिर वह अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा करेंगे।

1000 करोड़ की 30 से अधिक परियोजनाओं की सौगात,,,,,,,

प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान 1000 करोड़ से अधिक की 30 छोटी बड़ी परियोजना की सौगात दे सकते हैं। जिसमें रोप-वे व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के साथ ही पुलिस लाइन में बैरक, सारनाथ में तिब्बतियों के अस्पताल,फुट ओवरब्रिज, सड़क चौड़ीकरण, एयरपोर्ट पर नए एटीसी भवन व रेलवे की परियो जनाएं शामिल हैं।

कॉन्फेंस व जनसभा के लिए स्थल की तलाश,,,,,,,

काशी दौरे के दौरान पीएम जनसभा को भी संबोधित करेंगे। वह जन सभास्थल पर भी परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर सकते हैं। टीबी दिवस पर आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस और जनसभा के लिए स्थल की तलाश शुरू हो गई है।

विभागों से मांगी जाएगी परियोजनाओं की सूची,,,,,,,

प्रशासन सोमवार को सभी विभागों को पत्र भेजकरसंभावित लोकार्पित व शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं का ब्योरा जुटाएगा। होली बाद इस सम्बंध में सभी विभागों के साथ बैठक होगी। जिसमें पीएम के आगमन की तैयारियों का रूपरेखा तय की जाएगी।