साइबर क्राइम न्यूज़
किसी अंजान को अपना नंबर ना दें, अनजान नंबर का वीडियो कॉल रिसीव ना करें,क्योंकि रिसीव करते ही,,,।
::: एजेंसी साइबर फ्रॉड डेस्क ::: साइबर फ्रॉड,करने वाले अपराधी यों ने लोगों को ब्लैकमेल करने का नया तरीका निकाल लिया है।यह साइबर अपराधी अब खास के साथ आम जन को भी अपना निशाना बना रहे हैं।वीडियो कॉल के जरिये ब्लैकमेलिंग का आज-कल गोरखधंधा चल रहा है। यदि आपके पास किसी भी अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल आए, तो सतर्कता बरतें। कॉल अटेंड करने पर आप ब्लैकमेलिंग का शिकार हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम सेल अपराध के अधिकारी बताते हैं कि, साइबर अपराधी आपका नंबर किसी भी सोशल मीडिया अकाउंट से निकाल लेते हैं। फिर नंबर पर वीडियो कॉल करते हैं। कॉल करने वाली महिला एकदम न्यूड रहती है। फिर जैसे ही कोई व्यक्ति फोन उठाता है और अपना चेहरा दिखाता है तो वह, तुरंत ही स्क्रीनशॉट ले लेते हैं या स्क्रीन रिकार्डिंग कर लेते है। जिसके बाद ब्लैकमेलिंग का दौर शुरू हो जाता है। और इस प्रकार जालसाज लड़कियों के द्वारा लोगों को हनी ट्रेपिंग का शिकार बनाते हैं।
साइबर लुटेरों के जाल से ऐसे बचें,,,,,,,
वरिष्ठ पत्रकार ए.के.केसरी बताते हैं कि कभीभी अनजान व्यक्तियों से सोशल माडिया पर दोस्ती नही करना चाहिए। सिर्फ परिचित लोगों की दोस्ती का निवेदन स्वीकार करना चाहिए।फ्रेंड लिस्ट में जुडऩे के बाद भी यदि किसी दोस्त की गतिविधि संदिग्ध लगती है तो तत्काल उसेप्रोफाइल से अनफ्रेंड कर ब्लाक कर दें।
ए.के.केसरी बताते है कि अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल की सभी प्रकार की सेटिंगकोआपको मजबूत करना चाहिए। ताकि हर कोई आपकी प्रोफाइल में जाकर आपकी जानकारी, फ्रेंड लिस्ट और पोस्ट ना देख सकें। कभी भी किसी अंजान को अपना नंबर नहीं देना चाहिए। यदि अनजान नंबर से वीडियो कॉलिंग आपने रिसीव भी कर ली तो फ्रंट कैमरे पर अपनी उंगली रखकर छुपा दें। इसके बाद साइबर अपराध होने पर टोल फ्री नंबर 155260 पर तत्काल सूचना देने के साथ ही संबंधित थाने में तुरंत शिकायत दर्ज करायें।
साइबर ठगों का सटीक हथियार है कॉल स्पूफिंग,,,,,,,
साइबर ठगों का सटीक हथियार बन गया है कॉल स्पूफिंग। ठग लाखों लोगों को अब तक इस तकनीक का शिकार बना चुके है। इससे बचने के लिए सावधानी ही आपका,बचावहै,वरिष्ठपत्रकार ए.के.केसरी बताते है कि, कई ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं जब दिग्गज हस्तियां भी स्पूफकॉलिंग का शिकार हुई हैं। बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज में शुमार जैकलिन फर्नांडीज भी स्पूफ कॉल का शिकार हो चुकी हैं। सायबर अपराधी किसी भी मोबाइल नंबर से कॉल कर आपको लूट सकते हैं। स्पूफ कॉलिंग के मास्टर माइंड ऐसा जाल बिछाते हैं कि ठगे जाने वाले शख्स को जरा भी भनक नहीं लगती कि वह जालसाजों का शिकार बन चुका है। साइबर अपराधी आज तक अमेरिका में स्पूफ कॉल के जरिए 57 हजार करोड़ के बिटकॉइन चुरा चुके हैं। भारत में भी ऐसे कई मामले सामने आए है, जब किसी शख्स को उसके दोस्त के फोन नंबर से स्पूफ कॉल कर ठगों ने लाखों रु. लूट लिए।
क्या है स्पूफ कॉलिंग,,,,,,,
ऐसे फोन कॉल को स्पूफ कॉल कहा जाता है जिसमें अपराधी जिसे कॉल करता है उस रिसीवर के फोन में जो नंबर दिखता है, उसे अपराधी तय करता है। कोई भी अपराधी किसी को खुद उस व्यक्ति के किसी रिश्तेदार के नंबर से कॉल कर सकता है, किसी दोस्त के नंबर से कॉलकर सकता है या फिर किसी सेलिब्रिटी के नंबर से भी कॉल कर सकता है। वह भी तब जब अपराधी के पास वो मोबाइल नंबर हो भी न हो।
यह खतरनाक इसलिए भी है क्योंकि अपराधी आपके नंबर से कॉल करके किसी व्यक्ति को भी ठग सकते हैं। पीड़ित और पुलिस को लगेगा कि फोन आपने किया है। इस तकनीक का प्रयोग कर साइबर ठग फेक कॉलिंग के जरिए लाखों का हेरफेर कर रहे हैं। इससे बचाव के लिए आपको सावधानी जरूरी है। आपका कोई अपना भी अगर आपको कॉल करे और पैसे मांगे और अगर आपको आवाज अलग लगे तो काल काट कर उसके नंबर पर कॉल करके तुरंत ही वेरिफाई करें। अगर आपको ना समझ में आए तो तुरंत ही साइबर क्राइम सेल के नंबर पर कॉल कर सूचना दें। आपका सुरक्षा ही आपका बचाव है।