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धोखाधड़ी खुलासा,गोरखपुर : एम्स में दुकान-नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ की जालसाजी, एक साथ तीन केस दर्ज,,,।
एजेंसी डेस्क : (गोरखपुर, ब्यूरो)।एम्स में नौकरी-ठेका और दुकान दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये से अधिक की जालसाजी का मामला सामने आया है। आरोप है कि दंपती ने एम्स के कैंटीन, दवा की दुकान और पार्किंग का ठेका दिलाने के नाम पर संतकबीरनगर के तीन लोगों से 70 लाख रुपये ठग लिए। खुद को पीसीएस अधिकारी बताकर आरोपी दंपती ने तीनों पीड़ितों से जालसाजी व धोखाधड़ी की है।
पुलिस ने इस मामले में चिलुआ ताल थाने में तीन मुकदमे दर्ज किए हैं।आरोपी दंपतीकेखिलाफ इससे पहले भी 34 लाख की जालसाजी के मामले में कैंट थाने में केस दर्ज किया गया था।
आरोप है कि चिलुआताल थाना क्षेत्र के गायत्री पुरम नकहा No.1 निवासी राजीव तिवारी ने खुद को पीसीएस अधिकारी बताकर अपनी पत्नी शिप्रा तिवारी के साथ मिलकर यह ठगी की है। धनघटा शनिचरा के रहने वाले दीपक कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि, कुछ वर्ष पहले उनकी मुलाकात चिलुआ ताल इलाके के नकहा नंबर एक गायत्रीपुरम निवासी राजीव तिवारी से हुई। उसने अपना मोबाइल नंबर दिया और दोनों की बातचीत होने लगी। घर तक आना-जाना हो गया।
राजीव खुद को एक पीसीएस अधिकारी बताता है। इस बीच राजीव की पत्नी शिप्रा तिवारी ने दीपक को एम्स गोरखपुर में पार्किंग का ठेका और दुकान दिलाने की बात कही। दीपक उनकी बातों में आ गए, और इसके एवज में पति-पत्नी ने दीपक से 45 लाख रुपये वसूल लिए।
एक अन्य मामले में संत कबीर नगर जिले के धनघटा गायघाट निवासी दीपक कुमार ने 18.50 लाख रुपये की जालसाजी का केस दर्ज कराया है। जबकि, तीसरे मामले में संतकबीरनगर जिले के धनघटा मुखलिसपुर के रहने वाले जयहिंद चौधरी ने एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये की जालसाजी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है।
जयहिंद चौधरी ने चिलुआताल पुलिस को दी गई तहरीर में बताया राजीव तिवारी ने नौकरी दिलाने का झांसा देते हुए 6 लाख रुपये वसूल लिए।