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टूट गई धर्म की दीवार : मुस्लिम युवती ने हिंदू लड़के से रचाई शादी, बोली- प्रेम का कोई मजहब नहीं, अजीवन रहूंगी साथ,,,।
एजेंसी डेस्क : (लखनऊ,ब्यूरो)।मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता। प्यार के खातिर लोग मजहब की दीवारें तोड़ अपने साथी को पाने की हर कोशिश करते हैं। एक ऐसा ही मामला औरैया के भर्रापुर में सामने आया है, जहां एक मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के की शादी खूब चर्चा में है।
मिली जानकारी के अनुसार, भर्रापुर के मंदिर में सदरविधायक गुड़िया कठेरिया की मौजूदगी में मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के ने हिंदू रीति रिवाज के साथ एक दूसरे को अपना जीवन साथी बना लिया। इस शादी को देखने के लिए मंदिर में लोगों की भारी भीड़ जुटी थी।
वहीं, सात फेरों के बाद प्रेमी युगल को परिजनों ने और वहां मौजूद लोगों ने उनके सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया। बताया गया कि सहार क्षेत्र के गांव शहबाजपुर की मुस्लिम युवती खुशनुमा की दोस्ती भर्रापुर के अमन से हुई। काफी समय से दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे।
पंचायत के बाद दोनों के परिवार हुए थे राजी,,,,,,,
उनका प्यार धीरे-धीरे परवान चढ़ता गया। इसके बाद दोनों ने शादी करने का मन बना लिया, लेकिन धर्म आड़े आने लगा। इस पर युवती ने विधायक से संपर्क पूरी बात बताई, जिसके बाद गांव में इसको लेकर पंचायत बैठी। दोनों के परिजन मजहब की दीवार तोड़ इस शादी को राजी हो गए।
दोनों पक्षों की सहमति से हुई शादी,,,,,,,
गुरुवार दोपहर 2 बजे के लगभग दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली, और इसके बाद दोनों हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए। विधायक ने बताया कि दोनों पक्षों को समझा कर और सहमति से शादी कराई गई है। उन्होंने कहा कि लोग हिंदू-मुस्लिम कहकर राजनीति की रोटियां सेंकने में लगे है। ऐसा नहीं होना चाहिए।
प्रेमी जोड़ा बोला- हम जीवनभर रहेंगे साथ,,,,,,,
वहीं शादी के जोड़े में बैठे अमन और खुशनुमा ने कहा कि हम दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की है। किसी के दबाब में नहीं। खुशनुमा ने कहा कि जीवन भर उनका साथ निभाऊंगी। हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे। प्रेम को कोई मजहब नहीं होता है।