Headlines
Loading...
वाराणसी : EPS-95 पेंशनरों ने अपनी मांगों को लेकर रोडवेज पर धरना दिया,,,।

वाराणसी : EPS-95 पेंशनरों ने अपनी मांगों को लेकर रोडवेज पर धरना दिया,,,।



Published from Blogger Prime Android App

एजेंसी डेस्क : (वाराणसी,ब्यूरो)।विभिन्न मांगों को लेकर ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले लामबंद वाराणसी मंडल, प्रयागराज मंडल,आजमगढ़मंडल के पदाधिकारियों और,सेवानिवृत कर्मियों ने रास्ता रोको अभियान के तहत बुधवार को रोडवेज पर जमकर धरना प्रदर्शन किया।

Published from Blogger Prime Android App

प्रदर्शन में शामिल पेंशनर्स नेकहा कि सरकार हठधर्मिता पर उतारू है। सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में हम खुलकर विरोध करेंगे। प्रदर्शन में शामिल पदाधि कारियों ने पति-पत्नी को जीवन यापन के लिए मासिक पेंशन 7500 डीए. जो कि पेंशन फंड से देने, मेडिकल सुविधा को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने, उच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार बिना भेदभाव के सभी ईपीएस-95 पेंशनर्स को वास्तविक वेतन का लाभ मिलने, नान ईपीएस-95 सेवानिवृत कर्मियों का योजना में समावेश कर पांच हजार रुपये मासिक पेंशन आदि की मांग दोहराई गई।

Published from Blogger Prime Android App

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संगठन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सीपी सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री अवनी राय, वाराणसी मंडल अध्यक्ष अवधेश पांडेय और मंत्री कमला कर त्रिपाठी ने बताया कि चार सूत्रीय मांगों को लेकर देश के वृद्ध 70 लाख पेंशनर्स सड़क पर उतरने के लिए बाध्य हैं। देशभर के प्रमुख स्थानों पर वृद्ध पेंशनर्स रास्ता रोको अभियान में भाग ले रहे हैं। 

Published from Blogger Prime Android App

संगठन पिछले सात सालों से तहसील स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक कई आंदोलन पेंशनर्स केहक में कर चुका है। कर्मचारी नेताओं के अनुसार भारतसरकार लोक कल्याण के लिए अनेकों पेंशन योजनाएं चला रही हैं। लेकिन ईपीएस कर्मियों के पूरी सेवा अवधि के दौरान, सरकारी नियमानुसार 417 रुपये, 541 रुपये व 1250 रुपये प्रति माह पेंशन फंड में जमा करवाए। इन वृद्ध पेंशनर्स को औसत पेंशन 1170 रुपये दी जाती हैं। यह राशि इतनी कम है कि इससे पति-पत्नी का जीवन यापन तो दूर वृद्धावस्था जनित रोगों के इलाज का खर्च भी पूरा नहीं हो पाता। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि ईपीएस-95 योजना के फॉर्मूला अनुसार जो यह अल्प पेंशन राशि तय की जाति हैं, वहींं पेंशन राशि आजीवन रहती है। इतनी कम पेंशन राशि में वृद्ध पेंशनर्स कैसे इस महंगाई के दौर में गुजारा करें।