वाराणसी । जिले में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पहुंचे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मनीष सिसोदिया पर जमकर तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि अगर वह सही है। तो फिर जांच से क्यों भाग रहे हैं। कोर्ट ने भी तो अब उन्हें जेल भेज दिया।
बाबूलाल मरांडी ने मनीष सिसोदिया द्वारा लिखे गये पत्र पर जवाब देते हुए कहा कि हर गड़बड़ी करने वाला यही बात बोलते है। मनीष सिसोदिया जेल जाने के पहले कोर्ट भी तो गए थे। अगर गड़बड़ी न किए होते तो कोर्ट उनको छोड़ देता। वे तो सुप्रीम कोर्ट तक दौड़ लगाए थें। इसी तरह सत्येंद्र जैन ने भी कहा था। उन्होंने मनीष सिसोदिया को चोर कहते हुए कहा कि चोर का हौसला होता है। तभी तो इतनी गड़बड़ी की है। अगर वह गड़बड़ नहीं किए होते तो जेल में नहीं होते।
अप्रैल 2022 में सीएम को लिखा था पत्र
झारखंड सरकार जिस वक्त शराब की दुकानों का टेंडर निकाला था। फिर कैंसिल किया और फिर दोबारा टेंडर निकाला। पता करने पर जानकारी हुई कि छत्तीसगढ़ की कुछ कंपनियों के मुताबिक टेंडर नहीं था। अब पुनः टेंडर उन्हीं कंपनियों के अनुसार तैयार हुआ। इसकी जानकारी होने पर अप्रैल 2022 में ही झारखंड के सीएम को पत्र लिखा कि गड़बड़ हो रही है और चेताया भी था। इससे राजस्व का नुकसान होगा और घोटाला भी होगा। लेकिन उस वक्त सरकार ने नहीं सुना।
नतीजा यह निकला कि झारखंड सरकार का शराब ब्रिकी से 2300 करोड़ के टारगेट से 700 करोड़ रुपया कम आया। जब मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हुई तब सरकार में बैठे मंत्री और सीएम को भय पैदा हुआ घोटाला तो हुआ है।
झारखंड शराब घोटाले की जिस दिन जांच होगी और जांच तो होगी। 700 करोड़ का घोटाला तो सरकार मान रही है। इसका अर्थ है कि झारखंड में घोटाला हुआ है। CBI जांच की भी मांग की गई है। सीएम को CBI जांच के लिए रेफर कर देना चाहिए। अगर वे अपने आप को निर्दोष मानते हैं।