यूपी क्राइम न्यूज
अतीक अशरफ मर्डर : पिता व चाचा की हत्या की सूचना पर चीखा और फफक पड़ा उमर, जेलर से पूछा कैसे हुई हत्या ?
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की सूचना भले ही पूरे देश में रात को फैल गई थी। पर, लखनऊ जेल के हाईसिक्योरिटी बैरिक में बंद माफिया के बेटे उमर को इसकी जानकारी रविवार तड़के सहरी के बाद हुई। हत्या की सूचना मिलते ही वह जोर-जोर से कई बार चीखा, फिर फफक कर रोने लगा। कुछ देर में बेसुध होकर जमीन पर गिर गया। सुरक्षा कर्मियों ने पानी के छींटे डाल तो होश में आया। किसी तरह उसे समझाकर शांत कराया गया।
बृहस्पतिवार को झांसीमें,माफिया अतीक के बेटे असद व करीबी शूटर गुलाम एसटीएफ के मुठभेड़ में मारा गया। वहीं शनिवार देर रात 10:35 बजे माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की कॉल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीन दिन के अंदर दो बड़े आघात के सदमे को उमर बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था।उसकी हालत देखकर जेल अधिकारियों ने उसके बैरक की सुरक्षा और बढ़ा दी है। बैरक के पास जेलकर्मियों को मुस्तैद कर दिया गया है। सीसीटीवी कैमरे से लगातार बैरक की निग रानी की जा रही है। दोपहर एक बजे के आस पास उमर ने नमाज पढ़ी।इसके बाद वह पूरे दिन शांत बैठा रहा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि उमर हाई सिक्योरिटी बैरक में है।
उमर व जीवा सहित 10 पर निगरानी तेज,,,,,,,
जिला कारागार गोसाईगंज में बंद माफिया अतीक के बेटे और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी संजीवजीवा के अलावा अभिषेक सिंह उर्फ बाबू, एहशान गाजी, बिहार का अपराधी फिरदौस, राजू उर्फ तौहीद, सीएमओ हत्याकांड का आनंद प्रकाश तिवारी, राजेश तोमर, जावेद इकबाल और आसिफ इकबाल को सूची बद्ध किया गया है। इसके अलावा 11 अन्य की भी निगरानी बढ़ा दी गई है। जानकारी के मुताबिक जेल में करीब 4500 बंदी हैं। जिसमें 600 कैदी, आतंकी और दुर्दांत अपराधी समेत 85 व 3815 अन्य हैं।
जेलर से पूछा कैसे हुई पिता व चाचा की हत्या ?
देवरिया जेल में लखनऊ के कारोबारी की पिटाई के मामले में अगस्त 2022 से उमर जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। रविवार शाम को जेल बंद कराते समय भी उसने जेलर से जानकारी करने का प्रयास किया पर, जेलर ने भी सिर्फ इतना ही कहा कि हत्या हुई, इसके अलावा मुझे और कुछ भी नहीं जानकारी नही है। जेल प्रशासन ने शाम का भोजन उमर को उपलब्ध करा दिया था लेकिन उसने नही खाया उधर, जेल में अतीक का साला जकी भी जालसाजी के मामले मे करीब तीन साल से जेल की दूसरी सर्किल की बैरक में बंद है। जकी को तो कल देर रात मे ही टीवी से घटना की सूचना मिल गई थी। जिसके बाद से वह भी मायूस है। हालांकि भोजन लेने के साथ ही उसने रोजा भी खोला फिलहाल इस मामले में जेल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है।