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यूपी : सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी नमाज, ईद-अक्षय तृतीया के सुरक्षा प्रबंधों को लेकर लखनऊ में हुई समीक्षा बैठक,,,।
एजेंसी डेस्क : (लखनऊ, ब्यूरो)। ईद व अक्षय तृतीया के अवसर पर शांति-व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती से निपटने के लिए यूपी सरकार और शासन सक्रिय हो गया है। प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में हत्या की घटना के बाद शरारती तत्वों द्वारा गड़बड़ी की आशंका के चलते प्रदेश में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किए जाने की तैयारी है। सड़क पर नमाज पढ़ने पर भी पाबंदी रहेगी।
प्रमुख सचिव, गृह संजय प्रसाद ने निर्धारित स्थानों पर ही सभी धार्मिक आयोजन संपन्न कराए जाने का कड़ा निर्देश दिया है। कहा है कि किसी भी दशा में सड़क मार्ग व यातायात बाधित कर कहीं कोई धार्मिक आयोजन न हो।
पूर्व में हमने संवाद-संपर्क के माध्यम से ऐसा कर पाने में सफलता पाई है। इस वर्ष भी हमें ऐसा ही प्रयास करना होगा। आपत्तिजनक बयान जारी करने वालों तथा माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। ऐसे तत्वों से पूरी सख्ती से निपटा जाए।
प्रमुख सचिव,गृह,डीजीपी आर के विश्वकर्मा व स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी एडीजी जोन,मंडलायुक्त,जिलाधि कारी, पुलिस कमिश्नर, आइजी, डीआइजी, एसएसपी व एसपी समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को शांतिपूर्ण त्योहार संपन्न कराने के कड़े निर्देश दिए है।
ईद, अक्षय तृतीया व परशुराम जयंती के पर्व पर भी सभी जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ ही सभी धर्म गुरुओं के साथ बैठक किए जाने के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को निरंतर उनके संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख सचिव, गृह ने कहा कि बीते कई वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व शांति व सौहार्द के माहौल में संपन्न हुए हैं, जिससे पूरे देश में एक अच्छा संदेश गया है। प्रदेश में हर नागरिक की सुरक्षा हमारा प्राथमिक दायित्व है। रमजान का महीना चल रहा है।
22 अप्रैल को ईद-उल-फितर, अक्षय तृतीया व परशुराम जयंती का पर्व एक ही दिन होना संभावित है। इसको देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त सतर्क व संवेदनशील रहना होगा। शांति व सौहार्द बनाए रखने के लिए स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप सभी आवश्यक प्रबंध किए जाने का कड़ा निर्देश दिया।
बिना अनुमति के न निकले कोई धार्मिक जुलूस,,,,,,,
प्रमुख सचिव, गृह ने कहा कि शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के कहीं न निकाले जाएं। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए जो पारंपरिक हों। कहा कि नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए, अधिकारियों को इंटरनेट मीडिया पर भी पूरी सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। कहा कि किसी भी झूठी व भ्रामक सूचना का तत्काल एसएसपी व एसपी स्तर के वरिष्ठ अधिकारी खंडन करें।
संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहेगा अतिरिक्त बल,,,,,,,
डीजीपी आरके विश्वकर्मा ने सभी जिलों में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की। कहा कि सामाजिक सौहार्द बना रहे, इसके लिए संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए जाने का कड़ा निर्देश भी दिया।
कहा कि ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखें। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस गश्त करे। वरिष्ठ अधिकारी खुद भी पेट्रोलिंग करें। यूपी 112 की सभी पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) को प्रमुख स्थानों पर 24 घंटे सक्रिय रखे जाने का निर्देश भी दिया।
मौहाल बिगाड़ने का कर सकते हैं प्रयास शरारती तत्व,,,,,,,
स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पर्व-त्योहार के बीच अराजक तत्व सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। ऐसे लोगों के साथ जीरो टालरेंस की नीति के तहत पूरी सख्ती से निपटा जाए। शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए।
यातायात प्रबंधन की बने योजना,
प्रमुख सचिव, गृह ने वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, गोरखपुर व लखनऊ जैसे शहरों में यातायात की बढ़ती समस्या पर भी चर्चा हुई। सभी मण्डलायुक्त, डीएम व एसपी को स्थानीय जरूरतों के अनुसार यातायात प्रबंधन की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।
निर्बाध रहे बिजली आपूर्ति,,,,,,,
बैठक में बढ़ती गर्मी को देखते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सुचारु बिजली आपूर्ति बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए गए। कहा कि ट्रांसफार्मर, जर्जर पोल व तारों की मरम्मत में बिल्कुल भी देर न की जाए। बीमारी से बचाव के लिए साफ-सफाई के बेहतर प्रबंध किए जाएं। इसके अलावा कानपुर में आग की घटना को देखते हुए कहीं भी आग लगने की सूचना पर तत्काल अग्निशमन दस्ता के मौके पर पहुंचने का निर्देश भी दिया गया।