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मनमाना तरीके से लूटपाट::'ज्यादा बहस न करो, पैसे तो देने ही पड़ेंगे': बनारस स्टेशन पर अराजकता, वाहन स्टैंड के नाम पर सरेआम लूट खसोट,,,।

मनमाना तरीके से लूटपाट::'ज्यादा बहस न करो, पैसे तो देने ही पड़ेंगे': बनारस स्टेशन पर अराजकता, वाहन स्टैंड के नाम पर सरेआम लूट खसोट,,,।




एजेंसी डेस्क : (वाराणसी,ब्यूरो)। "ज्यादा बहस न करो, गेट के अंदर आ गए हो न, बस वाहन स्टैंड का पैसा देना पड़ेगा। जी, हां कुछ इस तरह के वाक्य दिनभर में कई बार बनारस रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ के निकास द्वार पर सुनने को मिलते हैं।यहां वाहन स्टैंड के नाम पर जमकर वसूली की जा रही है। हैरानी की बात है कि यहां पर अराजकता का माहौल देखने के बाद भी रेलवे प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। 


बनारस रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को पूर्वोत्तर रेलवे बढ़ावा देने में लगा है। लेकिन, प्लेटफार्म नंबर आठ के निकास द्वार की ओर से स्टेशन पर निजी वाहनों से आने वाले वाहन संचालकों से मनमानी वसूली की जा रही है। वाहन स्टैंड संचालक की मनमानी के कारण लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर सवारियों को उतारने लगे हैं, जिसके चलते कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। गेट से प्रवेश करते ही वाहन स्टैंड संचालक के कर्मचारी 30 रुपये की रसीद देकर जबरन वसूली करते हैं। विरोध करने पर वाहन स्टैंड संचालक के कई कर्मचारी पहुंच जाते हैं। ऐसे में विवाद में न पड़ने की सोचकर वाहन चालक रसीद लेकर पैसा दे देते हैं, जबकि पिक एंड ड्राप एरिया में 10 मिनट तक किसी प्रकार को कोई शुल्क नहीं लगता है। 

आरपीएफ के बैरियर को खुद हटाते और बंद करते हैं कर्मचारी,,

बनारस स्टेशन पर आरपीएफ ने बैरियर भी लगाया है। इस बैरियर को आरपीएफ के जवानों की जगह वाहन स्टैंड संचालक के कर्मचारी ही हटाते और बंद करते हैं। शुक्रवार दोपहर में आरपीएफ के एक भी जवान परिसर में नजर नहीं आए। अगर कोई कोई वाहन चालक कर्मचारियों की अनुपस्थिति में खुद बैरियर हटाकर चला भी गया तो वापस आने पर उसे पैसे देकर ही बाहर आना पड़ता है। इस संबंध में आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक परमेश्वर कुमार का कहना है कि जवान सकुलेर्टिंग एरिया में रहते हैं। जरूरत होने पर वह मौके पर जाते हैं। बैरियर को वाहन स्टैंड संचालक के कर्मचारी नहीं हटाते हैं।

मुझे परिवार के सदस्यों को ट्रेन पर बैठाना था। मैं स्टेशन पर उन्हें अपनी गाड़ी से लेकर आया। लेकिन, यहां गलत तरीके से मुझसे 30 रुपये लिए गए। हैरानी इस बात की है बकायदा रसीद भी दी जा रही है। इससे लग रहा है कि रैेलवे के भी लोग वाहन स्टैंड संचालक से मिले हैं। - मंजित कुमार, पुराना पुल, वाराणसी।

परिवार के लोगों को स्टेशन पर छोड़ना आया हूं। यहां उन्हें उतारकर मैं वापस जा रहा था। यह सब करने में दस मिनट भी नहीं लगा, लेकिन मुझसे तीस रुपये लिए गए और इसकी रसीद भी दी गई।- अमित गुुप्ता मिंट हाउस।

पिक एंड ड्रॉप एरिया में दस मिनट तक वाहन खड़े हो सकते हैं। यदि वाहन स्टैंड संचालक द्वारा गलत तरीके से पैसा लिया जा रहा है तो 139 नंबर पर कॉलकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। संबंधित वाहन स्टैंड संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -संजीत कुमार, मंडल वाणिज्य निरीक्षक।