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यूपी भंडाफोड़ न्यूज : '17 करोड़ का टर्नओवर, 7 जिलों में 38 शाखाएं', पुलिस ने फर्जी बैंक का किया भंडाफोड़,,,।
एजेंसी डेस्क : (भदोही, ब्यूरो)।उत्तर प्रदेश के भदोही में फर्जी बैंक का पर्दाफाश किया है। साइबर सेल, क्राइम ब्रांच और ज्ञानपुर थाने की टीम ने इस मामले में दो फर्जी मैनेजिंग डायरेक्टर सहित अन्य को अरेस्ट किया है.साथ ही फर्जी कागज़ात, कंप्यूटर और लाखों रुपए कैश की भी बरामदगी की है. पुलिस के मुताबिक, यूपी में इस फर्जी बैंक ने अपनी कई शाखाएं खोल रखी थीं. इस बैंक का लगभग 17 करोड़ रुपए का टर्नओवर था।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के मुताबिक, फर्जी बैंक की भदोही सहित वाराणसी, जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, आजमगढ़ व गाजीपुर में अलग-अलग जगहों पर 38 शाखाएं चल रही थीं। इस बैंक ने काफी संख्या में अपने कस्टमर भी बना लिए थे। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के बैंक खातों को फ्रिज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही बैंक ने अबतक कितना पैसा अर्जित किया है, पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है।
महीनों से BSMJ नाम से एक फर्जी बैंक चल रहा था,,,,,,,
ये मामला भदोही के ज्ञानपुर का है। यहां पर बीते महीनों सेBSMJ नाम से एक फर्जी बैंक चल रहा था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बैंक लोगों से लुभावने वादे कर उनका पैसा जमा करा लेता, बैंक के कर्मचारी कहते कि उनका पैसा कम समय में दोगुना हो जाएगा। पुलिस के अनुसार इनका फंडा यह था कि जब इनके बैंक में काफी पैसा जमा हो जाते तो ये बैंक को बंद कर देते और वहां से फरार हो जाते।
भोले भाले लोगों का अपना निशाना बनाते,,,,,,,
पुलिस के मुताबिक, फर्जी बैंक के कर्मचारी भोले भाले लोगों का अपना निशाना बनाते थे। इस पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने साइबर और क्राइम ब्रांच की टीम को मामले की जांच का आदेश दिया था। अनिल कुमार के मुताबिक, भदोही में लगातार दर्जनों फर्जीवाड़े की शिकायतें मिली थीं इसके बाद 19 मई को ये कार्रवाई की गई
बीएसएमजे क्वासी बैंक/निधि के नाम से शहर में आरोपी बैंक चला रहे थे, पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 3 चार पहिया वाहन, 3 लैपटॉप, 3 मोबाइल और 36 हजार नकद की बरामदगी की है। वहीं मौके से 9 सीपीयू, 12 मॉनिटर, 6 माउस, 2 प्रिंटर, 5 कीबोर्ड, फर्जी 53 मोहर, 70 से अधिक रजिस्टर और 618 पासबुक की भी बरामदगी हुई है।
फर्जी चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर अरेस्ट,,,,,,,
डॉ. अनिल कुमार के मुताबिक, बैंक से बरामद हुए सभी सामान की अनुमानित कीमत है लगभग 67लाख 25 हजार रुपए, आरोपी लोगों को लोन भी देते थे।
पुलिस ने जिन लोगों को अरेस्ट किया है,उनमें जौनपुर के हरिहर पुर थाना चंदवक निवासी मुरारी कुमार निषाद है। यह फर्जी चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर है वहीं, दूसरा आरोपी सोनभद्र के चूड़ी गली थाना ओबरा निवासी अशोक कुमार है। अशोक फर्जी मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर था। पुलिस के अनुसार, एक और आरोपी को पकड़ा गया है, जो कि सोनभद्र का ही है। उसका नाम रमेश जायसवाल है। रमेश अपने आप को SBI बैंक का रिटायर्ड मैनेजर बताता था।