यूपी न्यूज
अमेठी में लाइसेंस 27 के पास, चल रहे हैं 500 से अधिक अवैध पैथोलॉजी सेंटर, मंत्री का निर्देश भी कारगर नहीं,,,।
एजेंसी डेस्क : (ब्यूरो, अमेठी)।अमेठी में पांच सौ से ज्यादा अवैध पैथोलॉजी केंद्र चल रहे हैं। लेकिन अवैध पैथोलॉजी जांच केंद्र चलाने वालों पर प्रशासन और सरकार का बिल्कुल भय नहीं है। जिससे खुलेआम अवैध पैथाेलॉजी केंद्र बड़े- बड़े बोर्ड लगाकर चल रहे हैं। जबकि इन जांच केंद्रों पर लैब टेक्नीशियन नहीं है। फिर भी जांच रिपोर्ट आधे घंटे में मिल जाती है। जिससे आने वाले मरीजों का खून निकालने से लेकर जांच तक का काम आम लोग करते हैं।
जांच का काम लैब टेक्नीशियन का है। लेकिन लैब टेक्नीशियन किसी भी अवैध पैथाेलॉजी केंद पर नहीं है। जिससे छोटे- छोटे बच्चे खून निकालने से लेकर मशीन पर जांच तक का काम करते हैं।
इस पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ विमलेंद्र शेखर ने बताया कि अमेठी जनपद में अधिक संख्या में पैथोलॉजी केंद अवैध रूप से चल रहे हैं। लेकिन इनके जांच पड़ताल से लेकर मुकदमा और बंद कराने का काम प्रशासन का है। मगर प्रशासन छापेमारी करता ही नहीं है। जिससे अवैध पैथोलॉजी केंद्रों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि जांच के नाम पर आम आदमी ठगे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अमेठी जनपद में केवल 27 पैथालॉजी केंद ही पंजीकृत हैं। इसमें 10 पैथाेलॉजी केंद जांच के लिए अधिकृत है। बाकी 17 पैथोलॉजी केवल सेंपलिंग के लिए वैध है। लेकिन वो भी जांच करते हैं। बाकी अवैध रूप से चल रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक 18 दिसंबर 2022 को जूम बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को निर्देश में कहा था कि, उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में अवैध रूप से पैथोलॉजी केंद खुले हैं। इनको तत्काल प्रभाव से चिन्हित करके बंद कराएं।
बाकी अवैध पैथोलॉजी केंद, अवैध नर्सिंगहोम,अवैधअस्पताल मेडिकल स्टोर और झोलाछाप डॉक्टरों की सूची शासन को भेजें। लेकिन बताया जाता है कि अफसरों ने केवल पंजीकृत पैथोलॉजी केंद्रों की ही सूची भेजी।
अवैध पैथोलॉजी केंद्रों को बंद कराने के लिए डाक्टर राम प्रसाद नोडल अधिकारी नियुक्त हैं। इसके लिए गाड़ी ड्राइवर बाकी संसाधन दिए गए हैं। अस्पताल में मरीजों को देखने और ओपीडी में बैठने से छुट्टी दी गई है। नोडल अधिकारी रामप्रसाद बहुत लंबे समय से अमेठी में तैनात हैं। उन्हें मिली इस जिम्मेदारी का कोई नतीजा अभी तक देखने को नहीं मिल रहा है।
इस बारे में जब उनसे मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि अमेठी जनपद में 27 वैध पैथोलॉजी केंद्र चल रहे हैं। अवैध पैथोलॉजी केंद्र चलने से संबंधित कोई शिकायत आएगी तो जरूर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अमेठी जनपद में करीब पांच हजार जांचें रोज होती है।सामान्य जांचें भी पांच सौ रुपए से कम नहीं होती है। इसमें सबसे बड़ा खेल बाहर जांच कराने में होता है। सौ रुपए की जांच के लिए एक हजार वसूल करते हैं। किसी भी पैथाेलॉजी जांच केंद्र पर कोई रेट लिस्ट नहीं है। जिससे मुंह मांगी कीमत वसूल करते हैं। बाकी को रेट पता नहीं है।
अमेठी में करीब 25 लाख की आबादी है। इतनी आबादी के लिए 48 सरकारी अस्पताल खुले हैं। इसके बाद होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक को जोड़कर सौ अस्पताल से ज्यादा है। हर एक अस्पताल के नजदीक दस से पंद्रह पैथोलॉजी जांच केंद्र खुले हैं। इसके अलावा सभी वैध अवैध दोनों तरीके के नर्सिंग होमों की अपनी अलग पैथोलॉजी केंद है। भाजपा नेता ज्ञान सिंह ने कहा कि अवैध पैथालॉजी की शिकायत पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।