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प्रयागराज :: संगम क्षेत्र में किला के पास सबसे अधिक गहरी है यमुना,,जानते है क्यो ? ,,,।

प्रयागराज :: संगम क्षेत्र में किला के पास सबसे अधिक गहरी है यमुना,,जानते है क्यो ? ,,,।


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एजेंसी डेस्क : (प्रयागराज,ब्यूरो)।प्रयागराज, संगम क्षेत्र में किला के पास यमुना की गहराई सबसे अधिक 18 मीटर है। वहीं संगम की गहराई अधिकतम तीन मीटर है। महज पांच सौ मीटर के दायरे में यमुना और संगम की गहराई में इतने बड़े अंतर की जानकारी एक सर्वे के बाद हुई। इस सर्वे में संगम क्षेत्र में जल प्रवाह की गति का भी पता लगा है।

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प्रदेश सरकार की मांग पर अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने छतनाग से बलुआघाट तक संगम और यमुना का सर्वे किया। सर्वे में बलुआघाट, जूनाघाट में यमुना की गहराई अधिकतम 12 मीटर मिली। जबकि बोट क्लब घाट पर गहराई अधिकतम 10 मीटर, मनकामेश्वर मंदिर घाट 8 मीटर, और सरस्वती घाट पर सात मीटर तक गहराई सीमित है। 

संगम पहुंचते-पहुंचते यमुना की गहराई 18 मीटर हो जाती है। संगम के बाद छतनाग तक गंगा की गहराई पांच मीटर तक सीमित है। प्राधिकरण की टीम ने यमुना और संगम से छतनाग तक प्रति सेकंड प्रवाह का भी सर्वे किया। 

इसमें बलुआघाट से संगम तक यमुना का प्रवाह 0.144 मीटर से 0.616 मीटर प्रति सेकंड मिला। गंगा और यमुना का संगम होने के बाद छतनाग तक प्रवाह तेज हो जाता है। सर्वे में संगम से छतनाग तक 1.203 मीटर प्रति सेकंड रफ्तार मिली। 

प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि महाकुम्भ-2025 में जेटी बनाने के लिए प्रदेशसरकार ने संगम क्षेत्र की गहराई और प्रवाह की गति पर रिपोर्ट मांगी थी।संगम क्षेत्र का सर्वे कर रिपोर्ट अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय के माध्यम से प्रदेश सरकार को भेजी गई है। 

अब प्रदेश सरकार की तकनीकी कमेटी सर्वे रिपोर्ट का अध्ययन कर जेटी या घाट की योजना बनाएगी।