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वाराणसी : ज्ञानवापी में मिली शिवलिंग जैसी आकृति की पहली वर्षगांठ आज, वादिनी महिलाओं ने किया दर्शन-पूजन,,,।

वाराणसी : ज्ञानवापी में मिली शिवलिंग जैसी आकृति की पहली वर्षगांठ आज, वादिनी महिलाओं ने किया दर्शन-पूजन,,,।


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एजेंसी डेस्क : (वाराणसी,ब्यूरो)।वाराणसी के बहुचर्चित ज्ञानवापी परिसर से जुड़े कई मामले आज अदालतों में चल रहे हैं। बीते वर्ष आज ही के दिन कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था।इस मौकेपरआज,काशीविश्वनाथ धाम में चार वादिनी महिलाओं ने अपने अधिवक्ताओं और पैरोकारों के साथ दर्शन- पूजन किया। 

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उन्होंने कहा कि आज बाबा के मिलने की पहली वर्षगांठ हैं। उनका जन्मोत्सव मनाने के लिए काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ का रुद्राभिषेक किया। कामना किया कि हमारे आराध्य आदि विश्वेश्वर को जल्द से जल्द मुक्ति मिले। अधिवक्ता व वादिनी महिलाओं ने नंदी के बगल में स्थित शिवालय में रुद्राभिषेक व पूजा-पाठ की।

मंदिर से बाहर निकले सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर ने कहा कि हम लोगों ने ज्ञानवापी परिसर की एएसआई जांच कराने की मांग की थी। आज जिला जज की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल करेंगे। बाबा से यही आशीर्वाद मांगा कि वे हमें इसमें सफल बनाएं। परिसर में गुंबद के नीचे और पश्चिम दीवार की जांच कराई जाए। पूरे परिसर में जीपीआर रडार लगाया जाए। इसमें यदि साक्ष्य मिलते हैं तो इस पर कार्रवाई की जाए। 

उन्होंने कहा कि हमारा अनुष्ठान है कि इस परिसर में बाबा आदि विश्वेश्वर का भव्य मंदिर बने। जो परिसर है वो पूरी तरह से मुक्त हो। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हाईकोर्ट ने एएसआई साइंटिफिक जांच का आदेश किया। इसमें किसी भी प्रकार की कोई तोड़फोड़ नहीं की जाएगी।

एक सवाल के जवाबमेंअधिवक्ता विष्णु शंकर ने यह साफ किया कि हाई कोर्ट ने कार्बन डेटिंग का आदेश नहीं दिया है। यह सरासर गलत है और भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं,बल्कि हाई कोर्ट एएसआई साइंटिफिक जांच का आदेश दिया है। इस जांच में किसी भी प्रकार की कोई तोड़फोड़ नहीं की जाएगी।

वहीं मीडिया से बात करते हुए वादिनी महिलाओं ने कहा कि, हमने बाबा आज बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया। कामना किया कि हमलोग जो केस दाखिल करने जा रहे हैं, उसमें हमें जीत मिले। अदालत से हम लोगों को पूरी उम्मीद है। 

बीते साल आज ही के दिन कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था। हालांकि इसे मुस्लिम पक्ष ने फव्वारा बताया था। यह मामला कोर्ट में है।

बीते शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शिवलिंग के साइंटिफिक सर्वे की हरी झंडी दे दी है। आदेश में कथित शिवलिंग को बिना कोई क्षति पहुंचाए जांच कर उसकी डेटिंग करने को कहा गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी के जिला जज के फैसले को बदला है, जिसमें उन्होंने बीते साल कार्बन डेटिंग की मांग वाली अर्जी को खारिज कर दिया था।

जो पिछली बार रहा अधूरा, वह अब हो पूरा ,,,,,,,

हिंदू पक्ष के ओर से वादी महिला रेखा पाठक ने बताया कि हमने विधि-विधान से नंदी के बगल में स्थापित शिवलिंग का विधि-विधान से पूजन किया है। बाबा से कामना किया है कि बाबा जल्द से जल्द यहां से मुक्त हो जाएं। हमने पूरे परिसर में जीपीआर सर्वे का मांग किया है। पिछली बार के सर्वे में जो कुछ भी अधूरा रह गया है, इस बार वह पूरा हो जाए।