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प्रयागराज / नैनी :: साहब श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहादत दिवस पर मीठे ठंडे जल की शरबत और फल हजारों लोगों में वितरित किया गया,,,।
एजेंसी डेस्क : (प्रयागराज,ब्यूरो)।साहिब श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहादत दिवस पर मीठे ठंडे जल की छबील लगाई गई।
जनमानस को बड़े प्यार, श्रद्धा, सत्कार से चने का प्रसाद व ठंडे मीठे जल की छबील वितरित।
नैनी प्रयागराज/साहिब श्री गुरु अर्जन देव जी सिख धर्म के पांचवें गुरु व सिख संप्रदाय के इतिहास में वह पहले शहीद थे।
उनके शहादत दिवस के मौके पर मीठे ठंडे जल की छबील की सेवा नैनी के प्रमुख स्थानों पर बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित हुए।
जिसमें गर्मी में राहगीरों की प्यास बुझाने के लिए आते-जाते सभी राहगीरों को बड़े प्यार, श्रद्धा, सत्कार से जनमानस को चने का प्रसाद व ठंडे मीठे जल की छबील हजारों लोगों में वितरित किया गया।
गुरु जी की शहादत को याद कर उनके धार्मिक कार्यों और संगत की सेवा नि:स्वार्थ त्याग और विनम्रता पूर्वक और उनके गुणों को याद करते हुए उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया ।
सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि, शांति के पुंज शहीदों के सरताज पांचवे गुरु श्री अर्जुन देव जी की शहादत अतुलनीय हैं,मानवता के सच्चे सेवक, धर्म के रक्षक शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी श्री गुरु अर्जुन देव जी दिन-रात श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहते थे। उनके मन में सभी धर्मों के प्रति सम्मान था। और मैं भी जीवन पर्यन्त उन्ही के पद चिन्हों पर चलना चाहता हूं।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से देवेंद्र पाल सिंह, इंदर सिंह, जसबीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, संनप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, योगेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, परमिंदर सिंह बंटी, देवेंद्र अरोरा, सुरेंद्र, परमजीत सिंह, सरदार पतविन्दर सिंह सहित बड़ी संख्या मे सेवादार राहगीरों की सेवा सत्कार में प्रयत्नशील रहे।
एक आग गरम
एक लक्कड़ गरम
एक रेत गरम
एक तवा गरम
एक रेत डालने वाला गरम
एक मौसम गरम
पर ठंडा(शांत) कौन ?
ठन्डे(शांत) थे सिर्फ साहिब श्री गुरु अरजन देव जी महाराज, जिन्होंने नम्रता दी ऐसी ठंडक डाली कि आज तक मीठे ठंडे पानी के लंगर (छबील) चल रहे हैं।
🔹 शहीदां दे सिरताज
🔹 बाणी दे बोहिथ
🔹 सिख धर्म दे पहले शहीद
🔹 नम्रता के पुंज
पंचम पातशाह श्री गुरु अरजन देव साहिब जी की शहादत को कोटि कोटि नमन।🙏🙏