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मुख्यमंत्री गहलोत ने की PM Modi की प्रशंसा, कहा- वाराणसी मंदिर का शानदार विकास कराकर बनाई अलग पहचान,,,।
एजेंसी डेस्क : (उदयपुर, ब्यूरो)।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोमवार को जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी मंदिर का शानदार विकास कराकर अपनी विशेष पहचान बनाई। समाज और संगठन अपने स्तर पर कर रहे बेहतर काम- सीएम गहलोत
उन्होंने कहा कि जहां समाज और संगठन अपने स्तर पर बेहतर काम कर रहे हैं, लेकिन अब सरकार भी समाज और संगठन के साथ मिलकर काम करने को अग्रसर है। गहलोत सोमवार को उदयपुर दौरे पर थे। वे महाराणा प्रताप जयंती पर आयोजित समारोह कोसम्बोधित कर रहे थे।
मानगढ़ धाम को घोषित किया जाना चाहिए राष्ट्रीय स्मारक,,,,,,,
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की तैयारी करके ही आए थे। इसके लिए उन्होंने हमारे चीफ सेक्रेट्री से पहले ही फोन करके ये पूछा था कि इसके लिए कितनी जमीन की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होंने आगे कहा, "मैं भी इसलिए गया था कि पीएम मोदी राष्ट्रीय स्मारक की घोषणा करेंगे, लेकिन पता नहीं क्या कारण रहा? मोदी जी मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित नहीं कर पाए। वे तो सिर्फ ये कह गए किराजस्थान गुजरात, महाराष्ट्र व एमपी मिल कर ये तय करें कि क्या बनाना है
इस कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, कांग्रेस प्रदेश कमेटी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरीजा व्यास, उदयपुर प्रभारी मंत्री रामलाल जाट, जनजाति मंत्री अर्जुनलाल बामणिया आदि मौजूद थे।
मेवाड़ काम्पलेक्स फाइल निकलवाओ- सीएम गहलोत,,,,,,,
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वे जब केन्द्रीय मंत्री थे, तब महाराणा प्रताप से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए मेवाड़ कॉम्पलेक्स योजना शुरू की गई थी। गहलोत ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से कहा, आप दिल्ली से मेवाड़ कॉम्पलेक्स की पुरानी फाइल निकलवाओ। मोदी जी को इस बारे में सोचना चाहिए ताकि मेवाड़ कॉम्पलेक्स आने वाले वक्त में नए अवतार में पेश हो सके। सरकार किसी भी पार्टी को हो, ये काम सरकार ही कर सकती है।
महाराणा प्रताप बोर्ड की बड़ी घोषणा,,,,,,,
सीएम गहलोत ने कार्यक्रम के दौरान वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड बनाए जाने की बड़ी घोषणा की। गहलोत बोर्ड का काम पाठ्यक्रम सामग्री में जरूरी बातें जोड़ने, प्रताप से जुड़े पुरातत्व संरक्षण व नवनिर्माण, उन पर लिखे-साहित्य का संकलन, प्रताप की ऐतिहासिक वीरता और जीवनी के बारे में प्रचार-प्रसार करने का रहेगा।