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वाराणसी : 125 कच्चे-पक्के मकानों व झोपड़ियों पर चला बुलडोजर, पुलिस फोर्स के साथ रेलवे ने खाली कराई जमीन,,,।
वाराणसी : काशी रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में बाधक अवैध निर्माण को रेलवे और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुधवार को जमींदोज कर दिया। किलाकोहना क्षेत्र में चले अभिया न में चार एकड़ जमीन पर बने 125 कच्चे-पक्के मकान कब्जे ढहा दिए गए।बुलडोजर चलने से पहले लोगों ने हल्का विरोधकिया लेकिन वह आशियाना और जमीन बचाने की लड़ाई हारने के कारण पीछे हट गए। बुलडोजर आगे बढ़ा तो रिहायशी इलाके को मैदान बनाकर ही लौटा।
फोर्स देख सुरक्षित स्थान जाने लगे लोग,,,,,,,
अतिक्रमण हटाने का पहले से ही ऐलान हो चुका था। रेल प्रशासन सुबह साढ़े आठ बजे ही पहुंच गया। यहां एक दो मंजिल के अलावा सौ एक मंजिल मकान के अलावा झुग्गी-झोपड़ियां नजर आ रहीं थीं। भारी फोर्स देखकर विरोध को तैयार बैठे लोगों का हौसला टूट चुका था, फिर भी वह शोर मचाने लगे। पुलिस ने डंडा पटका तो फिर कोई टिका नहीं। सभी अपने गृहस्थी का सामान निकाल सुरक्षित स्थान पर ले जाने में जुट गए।
अतिक्रमण हटाने की आखिरी तारीख थी 13 अप्रैल,,,,,,,
चार एकड़ भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए रेलवे पहले भी नोटिस दे चुका था।अंतिम समय सीमा 13 अप्रैल थी, जिसकी अनदेखी की गई। कैंट स्टेशन के डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा व पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन से बात की।
बुधवार को पुलिसबल के साथ डीसीपी (काशी जोन) आरएस गौतम,एसडीएम सदर,आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट एन. एम. यादव, सहायक मंडल अभियंता आकाशदीप सिंह व आरपीएफ इंस्पेक्टर एसएन मिश्र फोर्स के साथ पहुंचे और सबसे पहले रेलवे के आठ निष्प्रयोज्य आवास गिराए।
नगर निगम ने चलाया अतिक्रमण विरोधी अभियान,,,,,,,
नगर निगम ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। पहड़िया मंडी के गेट एक से दो के बीच दुकानों का अतिक्रमण ध्वस्त किया। सारनाथ वेंडिंग जोन से पूर्व में हटाए गए ठेला खोमचा वालों ने अड्डा जमा लिया था। उन्हें क्यूआरटी ने बलपूर्वक हटाया। प्लास्टिक के उपयोग पर 1400 रुपये जुर्माना भी वसूला गया।
काशी स्टेशन से जीटी रोड के बीच आशियाना टूटते देख रोती महिलाएं,,,,,,,
काशी स्टेशन से जीटी रोड के बीच हटाया जा रहा अतिक्रमण,,,
भले ही रेलवे की भूमि पर लोगों ने आशियाना बनाए थे, लेकिन उसमें उनका खून-पसीना लगा था। बुलडोजर चला तो महिलाएं व बच्चों के आंसू छलक आए।
एडीआरएम, जिया लाल चौधरी ने कहा- धार्मिक स्थल और एक मुकदमे की जमीन छूटी है। बुल डोजर सिर्फ चिह्नित अतिक्रमण पर ही चला है। जल्द ही विकास के कदम उठाए जाएंगे।