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वाराणसी में सूखे मेवा के भाव में गिरावट, पर मसाले के दामों ने छुआ आसमान,,,।

वाराणसी में सूखे मेवा के भाव में गिरावट, पर मसाले के दामों ने छुआ आसमान,,,।


वाराणसी जिले के विशेश्वरगंज मंडी और गोला दीनानाथ मैं किराना और मेवा की थोक व फुटकर मंडियों में आज भले ही किचन की सब्जी और दाल के तड़के लगाने वाले मसालों के दाम बढ़े हैं, लेकिन सेहत बनाने वाले ड्राई फ्रूट के भाव में गिरावट है। मखाने का भाव लगभग छह माह पहले 600 रुपये तक पहुंच गया था।

वहीं, अब महज 250-350 रुपये किलो तक ही है। दो माह बाद सावन तक बाजार में नया मखाना भी आ जाएगा। इसके बाद इसके रेट में और गिरावट की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, दाम घटने का असर भी बिक्री पर बहुत नहीं डाल रहा है।

विश्वेश्वगंज है पूर्वांचल की सबसे बड़ी किराना मंडी

काशी के गोला दीनानाथ व विश्वेश्वरगंज में पूर्वांचल की सबसे बड़ी किराना मंडी है। इन दोनों स्थानों के किचन की सारी सामग्री थोक एवं फुटकर दर में मिलती है। यहीं से पूरे पूर्वांचल में खाद्य सामग्री आपूर्ति की जाती है। चाहे वह मसाला, मेवा, घी, तेल हो या फिर आटा, चावल हो या दाल-चीनी।

गोला दीनानाथ मंडी में ड्राइ फ्रूट समेत अन्य सभी तरह के मसाले, जड़ी-बुटी आदि की लगभग 200 दुकानें हैं। इसमें 25 से अधिक थोक दुकानें हैं।

काशी किराना व्यापार मंडल के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद गुप्त बताते हैं कि इस मंडी से पूरे पूर्वांचल में आपूर्ति की जाती है। बताया कि छह माह पहले मखाने का भाव लगभग 600 रुपये किलो था।

और सस्ता हो सकता है मखाना

वहीं, अब 220 से 350 रुपये तक हो गया है। इसकी आवक दरभंगा व मधुबनी से होती है। सावन माह में नई खेप आने की उम्मीद है। इसके बाद मखाना और सस्ता हो सकता है। जो पहले 120 रुपये किलो था, अब घटकर 80 रुपये किलो हो गया है।