Headlines
Loading...
भोजन-पानी के लिए छात्रों ने किया हाईवे जाम, 10 किमी पैदल चलकर पहुंचे वाड्रफनगर ,,,।

भोजन-पानी के लिए छात्रों ने किया हाईवे जाम, 10 किमी पैदल चलकर पहुंचे वाड्रफनगर ,,,।

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालय के बच्चों ने बुधवार को अंबिकापुर-बनारस नेशनल हाईवे जाम कर दिया। यह बच्चे लंबे समय से पेयजल और भोजन की समस्या से जूझ रहे हैं। अब अपनी मांगों को लेकर 10 किमी पैदल ही वाड्रफनगर पहुंच गए। सिस्टम पर बच्चों की इस स्ट्राइक के बाद अफसरों में हड़कंप मच गय। मौके पर पहुंचे अफसरों ने किसी तरह से बच्चों को समझाया और जाम खत्म कराया। इसके बाद स्कूल में पानी के लिए टैंकर और हैंडपंप खनन के लिए मशीन भेजी गई है। 

अधीक्षक से शिकायत पर भी नहीं हल हुई समस्या

प्रदेश के पूर्व शिक्षामंत्री डा. प्रेमसाय सिंह के गृहक्षेत्र वाड्रफनगर अंतर्गत कोटराही एकलव्य आवासीय विद्यालय के बच्चे लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पानी के साथ ही भोजन को लेकर बच्चे नाखुश थे। छात्रावास अधीक्षक से कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का हल नहीं हुआ, बल्कि छात्रावास अधीक्षक की लताड़ बच्चों को सुनने को मिली। इससे परेशान होकर बच्चे एकजुट होकर बुधवार को पैदल ही विद्यालय से वाड्रफनगर के लिए चल पड़े।

अधीक्षक को हटाने की मांग पर अड़े बच्चे

बच्चे 10 बजे वाड्रफनगर के राजीव चौक पहुंच गए और अंबिकापुर-बनारस मुख्यमार्ग पर चक्काजाम कर दिया। बच्चों द्वारा हाईवे पर चक्काजाम करने की सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वाड्रफनगर तहसीलदार मोइनुद्दीन खान, बीईओ रोहित जायसवाल मौके पर पहुंचे। बच्चों की समस्या सुनने के बाद अधिकारियों ने बच्चों को समझाया। समस्याओं के निराकरण के आश्वासन के बाद भी काफी देर तक बच्चे विद्यालय के अधीक्षक को हटाने की मांग पर अड़े रहे। 

नहीं थी समस्याओं की जानकारी-बीईओ

अधिकारियों ने किसी तरह समझाकर बच्चों का चक्काजाम 11 बजे समाप्त कराया और उन्हें वापस विद्यालय भेजा। वाड्रफनगर बीईओ रोहित जायसवाल ने मीडिया को बताया कि कोटराही एकलव्य आवासीय विद्यालय के समस्याओं की जानकारी अधीक्षक ने नहीं दी थी, जिसके कारण समस्याओं के निराकरण की पहल नहीं हो सकी थी। पेयजल की समस्या दूर करने के लिए पानी टंकी भेजी गई है और परिसर में बोर कराने मशीन भेजी जा रही है। अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए पहल की जाएगी।