वाराणसी : फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड बनाने वाले अंतरराज्यीय गैंग का एक सदस्य गिरफ्तार; चार मोबाइल बरामद,,,।
वाराणसी : फर्जी वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनाकर सिम निकालने व बैंक खाता खुलवाने वाले गिरोह के एक और सदस्य को साइबर क्राइम पुलिस ने शनिवार को कैंट हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार किया। उसके पास से 5120 रुपया नकद सहित चार मोबाइल, फिंगरप्रिंट स्कैनर, दो लैपटॉप व एक स्वयं का फर्जी आधार कार्ड बरामद कर लिया। उनके विभिन्न बैंक खातों में 47 लाख 69 हजार 297 रुपये सीज कर दिया।
साइबर क्राइम पुलिस उपाधीक्षक गौरव शर्मा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि फर्जी वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का एक सदस्य अपने साथियों के लिए पैरवी करने के लिए आया है, जो कैंट हनुमान मंदिर के पास है। कचहरी जाने वाला है।
आरोपी ने अपनी कमाई से बनाया था मकान
सूचना पर साइबर क्राइम थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्र, श्यामलाल गुप्ता व प्रभात पुलिसकर्मियों ने पहुच कर पकड़ लिया। पूछताछ में अपना नाम पडरिया सोरांव प्रयागराज निवासी शेर बहादुर उर्फ प्रेम कुमार (24) बताया। पकड़ा गया आरोपी अपने कमाई के पैसे से सुभाषनगर राजघाट, थाना कोतवाली, जिला रायबरेली में मकान बनाकर रहता था। उसके पास से 5120 रुपया नकद चार मोबाइल, एक फिंगरप्रिंट स्कैनर, दो लैपटॉप व एक स्वयं का फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया।
पूछताछ में शेर बहादुर ने बताया कि वह साइबर अपराध में पिछले तीन साल से लिप्त है। वह इंटरमीडिएट तक कि पढाई की है और कंप्यूटर में डिप्लोमा किया है। घर पर साइबर कैफे व फोटो स्टेट की दुकान है। यूट्यूब व व्हाट्सएप्प के माध्यम से उसका संपर्क अफजल से हुआ था।
इसी से वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनाना सीखा। इसके माध्यम से बैंकों में खाता खोला जाता था व मोबाइल सिम निकाला जाता था। गौरव शर्मा ने बताया कि इस प्रकरण में पहले भी 12 लोग जेल जा चुके हैं।
पहले हो चुकी गिरफ्तारी
दिनेश राम भोजपुर बिहार
रोहित सिन्हा बक्सर बिहार
दीपक जहानाबाद बिहार
अमित कुमार गया बिहार
चन्दन सागर जहानाबाद बिहार
संदीप चौबे चेन छपरा बलिया
चन्दन यादव जहानाबाद बिहार
दीपक यादव जहानाबाद बिहार
पंकज यादव सिवान बिहार
अफजल आलम पूर्वी चंपारण बिहार
सुशील कुमार शिवरतगंज अमेठी
मो. इरशाद गया बिहार।
उपकरणों को मध्यप्रदेश ले जा रहा था
पूछताछ में शेर बहादुर उर्फ प्रेम कुमार ने बताया कि एक फर्जी आधारकार्ड व पैन कार्ड बनाने के लिए एडवांस में 19 रुपया तथा मैनुअल में 20 रुपया चुकानी पड़ती है।इस तरह कई साइबर से जुड़े अपराधी हमारी वेबसाइट का प्रयोग कर फर्जी आधारकार्ड, पैन कार्ड बनाया जाता है। उसका प्रयोग बैक में फर्जी खाते खोलने व फर्जी सिम कार्ड के लिए प्रयोग किया जाता है।
पुलिस पेंशनरों के साथ साइबर अपराधियों द्वारा हमारी वेबसाइट का प्रयोग कर फर्जी आधार कार्ड , पैन कार्ड बनाने में किया था। हम अपने पकड़े गए साथियों के बारे में कचहरी में वकीलों से जानकारी लेने के लिए बनारस आए और यह सब उपकरणों को लेकर मध्यप्रदेश ले जा रहे थे।