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काशीवासियों के लिए, पूर्वांचल का दूसरा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनेगा मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा,,,।

काशीवासियों के लिए, पूर्वांचल का दूसरा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनेगा मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा,,,।

वाराणसी मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा को पूर्वांचल के दूसरे सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल के तौर पर शासन ने मंजूरी दे दी है। सुपरस्पेशियलिटी सेवाओं से युक्त 725 बेड के इस अस्पताल के लिए 216 करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया गया है। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त या सितंबर में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस सात मंजिला भवन की आधारशिला रखेंगे। 

इस सुपरस्पेशियलिटी सेंटर के निर्माण के बाद मरीजों को एक ही छत के नीचे जांच इलाज की सभी सुविधाएं मिलने लगेंगी। कई नए विभाग भी संचालित होंगे। बीएचयू की तर्ज पर ही सुपर स्पेशियलिटी सेंटर निर्माण के लिए वाराणसी से 388 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। 

लंबी जद्दोजहद के बाद गुरुवार को शासन ने इस परियोजना के प्रस्ताव को मंजूर करते हुए इस मद में 215.62 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं। कुछ औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद जल्द ही इस दिशा में काम भी शुरू हो जाएगा। 

सुपरस्पेशियलिटी सेंटर निर्माण के बाद बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल पर दबाव भी कम होगा। मंडलीय अस्पताल में बनने वाले इस नए सेंटर में 150 बेड केवल आईसीयू के होंगे। 

सात मंजिला सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में ऑपरेशन थियेटर ब्लॉक भी बनेगा। यहां सभी विभागों की अपनी अलग ओटी होगी। विभागवार आईसीयू भी बनाया जाएगा। ताकि गंभीर मरीजों को भर्ती करने में परेशानी न हो। 

शहर के बीच में सन 1872 में अंग्रेजों के शासन काल में शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल की स्थापना की गई थी। करीब 150 साल पुराने अस्पताल में इस समय सीटी स्कैन सेंटर, डिजिटल अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटराइज्ड पंजीकरण, ऑनलाइन लैब रिपोर्ट देखने सहित कई सुविधाएं हाल ही में शुरू की गई हैं।

इमरजेंसी का होगा कायाकल्प, नए विभाग भी जुड़ेंगे

सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनने के बाद मंडलीय अस्पताल में वर्तमान समय में चल रही इमरजेंसी का कायाकल्प भी होगा। यहां मरीजों के लिए जांच, इलाज की बेहतर सुविधाएं रहेंगी। स्थायी तौर पर कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, यूरोलॉजी, आंकोलॉजी सहित कई और विभाग भी संचालित होंगे। 

वर्तमान समय में ये विभाग न होने से मरीजों को बीएचयू अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ता है। वर्तमान समय में आर्थो, ईएनटी, बाल रोग विभाग, सर्जरी, चर्मरोग विभाग, मेडिसिन, दंत रोग विभाग के साथ ही डायलिसिस की सुविधा यहां उपलब्ध है। एसआईसी डाॅ. एसपी सिंह का कहना है कि अस्पताल में सुपरस्पेशियलिटी के सभी विभाग खुल जाएंगे।

एक नजर में आंकड़े

वर्तमान बेड 316
सुपरस्पेशियलिटी के बाद 725

पूरा प्रस्ताव 388 करोड़
पहले चरण में स्वीकृत 216 करोड़

मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा को सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनाए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। उसकी स्वीकृति के साथ ही पहले फेज में 216 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके बन जाने के बाद मरीजों को बड़ी राहत होगी। -डॉ. संदीप चौधरी, सीएमओ

अस्पताल में वर्तमान समय में वाराणसी के साथ ही चंदौली सहित आसपास के अन्य जिलों के मरीज आते हैं। सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनने के बाद आईसीयू की कमी के साथ ही अन्य बीमारियों के मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा। - डॉ.एसपी सिंह, एसआईसी मंडलीय अस्पताल