घायलों की चीत्कार देख दहल जा रहा था कलेजा, बीच सड़क पर लाशों के ढेर से कांप उठे लोग,,,।
लखनऊ- वाराणसी राजमार्ग पर सोमवार अपराह्न वाराणसी की ओर जा रहा एलपीजी टैंकर सामने से आ रहे सवारियों से भरे टेंपो को रौंदते हुए पलट गया। हादसे में टेंपो चालक समेत 12 लोगों की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का प्रयागराज स्थित एसआरएन अस्पताल में उपचार चल रहा है।
सोमवार अपनाह्न करीब सवा तीन बजे अमेठी में गैस खाली करने के बाद टैंकर लेकर चालक वाराणसी की ओर जा रहा था। लीलापुर में मोहनगंज विक्रमपुर मोड़ के करीब टैंकर चालक ने सामने से एक बाइक सवार व टेंपो को आता देख अचानक ब्रेक लगा दिया। तेज रफ्तार में ब्रेक लगाने से टैंकर अनियंत्रित होकर टेंपो को रौंदते हुए विपरीत दिशा में पलट गया।
हादसे के बाद तेज आवाज और चीख -पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़कर वहां पहुंचे। टेंपो में कुल 16 लोग सवार थे। लोगों ने टेंपो में फंसी सवारियों को बाहर निकाला। आनन-फानन उनको उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान लोग अन्य घायलों को लेकर प्रयागराज स्थित एसआरएन अस्पताल के लिए रवाना हुए। कुछ दूर जाने पर ही छह अन्य लोगों का दम टूट गया। इस पर शव लेकर स्वास्थ्यकर्मी लौट आए। अन्य सात घायलों को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। उपचार के दौरान तीन घायलों की यहां मौत हो गई। घटनास्थल पर जिलाधिकारी प्रकाशचंद्र श्रीवास्तव व ट्रेनी आईपीएस अमृत जैन मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी लेने के बाद घायलों की हरसंभव मदद का निर्देश दिया।
टेंपो चालक के घायल माता-पिता की भी मौत
देर शाम एसआरएन अस्पताल में तीन अन्य घायलों की उपचार के दौरान मौत हो गई। इनमें टेंपो चालक के माता-पिता भी शामिल हैं। अब एसआरएन में चार घायलों का इलाज किया जा रहा है। जिनमें एक नौ वर्षीय बालक भी है।
घायलों की चीत्कार देख दहल जा रहा था कलेजा
लखनऊ-वाराणसी राजमार्ग पर सोमवार को सवारियों से भरे टेंपो को रौंदने के बाद घायलों की चित्कार से लोगों को कलेजा कांप जाता रहा। उनकी हालत देख हर किसी की आंखें नम हो जाती रही। मोहनगंज घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक अफरातफरी का माहौल रहा । परिजनों के मौत की खबर मिलने के बाद पहुंचे परिजन सिसकते रहे।
हादसे के बाद घायलों को लेकर टेंपो में फंसे लोगों की दशा देख हर किसी का कलेजा कांप उठा। किसी के सिर से खून बह रहा था तो किसी का चेहरा खराब हो गया था। मौके पर मौजूद ग्रामीण साहस का परिचय देते हुए पुलिस की मदद से सभी को टेंपो समेत दूसरे वाहनों पर लादते रहे। मृतकों के साथ ही घायलों को भी वाहनों में डाल दिया गया।
मेडिकल कॉलेज में बदइंतजामी के बीच मृतकों के शवों व घायलों को वाहनों से उतारने के दौरान वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईँ। हादसे के बाद घटनास्थल से लेकर मेडिकल कॉलेज व मॉर्चरी तक अफरातफरी मची रही। सोशल मीडिया पर हादसे की खबर के बाद परिजन बदहवास मोर्चरी पहुंचे। एक साथ हादसे में मृत लोगों के शवों को देखते हुए हर कोई रोता बिलखता रहा। उनकी चीत्कार सुनकर हर किसी की का कलेजा फट रहा था।
हादसे की सूचना पर अपनों की कुशलता पूछते रहे परिजन
मोहनगंज में हादसे की खबर मिलने के बाद शहर आने वाले लोगों की खबर परिजन लेने लगे। परिवार के लोग उनकी कुशलता जानने के बाद राहत की सांस लेते। सोमवार का दिन होने के चलते बहुत से लोग इलाज कराने के साथ ही बच्चों की शिक्षण सामग्री खरीदने व कचहरी आए थे। सोशल मीडिया पर हादसे की खबर के बाद चिंतित परिजन उनके मोबाइल पर संपर्क करने लगे।