Headlines
Loading...
वाराणसी : जापान की जोकासो तकनीक से लगेगा प्रदेश का पहला 'पैकेज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट', ये है खासियत,,,।

वाराणसी : जापान की जोकासो तकनीक से लगेगा प्रदेश का पहला 'पैकेज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट', ये है खासियत,,,।

वाराणसी नगर निगम की सीमा में शामिल नए क्षेत्रों में सीवर की समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए जलकल जापानी तकनीक अपनाएगा। जलकल की ओर से इन क्षेत्रों में पैकेज सीवेज ट्रीटमेंट यूनिट लगाई जाएगी।इसमें दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। 

उत्तर प्रदेश का पहला प्लांट कंचनपुर में लगाया जाएगा। जिस गांव या क्षेत्र में यह यूनिट लगेगी, उसी क्षेत्र में सीवर का शोधन किया जा सकेगा। एसटीपी के लिए पाइपलाइन बिछाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

नगर निगम की सीमा में शामिल नए क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सीवर पाइपलाइन बिछाने के साथ ही एसटीपी लगाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। 

जापान में उपयोग होने वाली जोकासो तकनीक का उपयोग प्रदेश में पहली बार किया जाएगा। 20 से अधिक क्षेत्रों में पैकेज सीवेज ट्रीटमेंट यूनिट लगाई जाएगी। कागजी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी हैं। प्रस्ताव के अनुसार प्लांट को लगाने में कम जमीन की आवश्यकता होगी।

विभाग का काम होगा आसान

यूनिट लगने से विभाग का काम आसान होगा। इसकी सहायता से सीवर शोधन तो होगा ही, विभाग को पाइपलाइन बिछाने में कम पैसे खर्च करने होंगे। कंचनपुर में प्लांट लगाकर इसकी टेस्टिंग की जाएगी। इसके बाद अन्य क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार यूनिट की स्थापना होगी।

सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात मिलेगी

यूनिट स्थापना का लाभ सीधे जनता को मिलेगा। घरों से निकलने वाला मल-जल पाइपलाइन से सीवर में जाएगा, फिर यूनिट में आएगा। जहां उसे शोधित कर अन्य उपयोग में लाने योग्य बनाया जाएगा। इससे सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म हो जाएगी।

किसानों को मिलेगी सस्ती खाद

पैकेज सीवेज ट्रीटमेंट यूनिट में शोधन के बाद जो खाद और पानी बचेगा, उसका उपयोग खेतों में किया जा सकेगा। यूनिट से निकलने वाले खाद को किसानों को सस्ते दामों में बेचा जाएगा। इससे किसानों को आसानी से पानी और खेतों के लिए खाद मिल सकेगी।

पैकेज सीवेज ट्रीटमेंट यूनिट कंचनपुर में लगाई जाएगी। इसकी औपचारिकता पूरी कर ली गई है। जुलाई अंत तक निर्माण कार्य शुरू होगा। - सिद्धार्थ कुमार, सचिव, जलकल