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व्हील चेयर पर मां को बिठाकर बेटा चला देवघर महादेव के पास, कहा कि, महादेव ने असंभव को कर दिया संभव,,,।

व्हील चेयर पर मां को बिठाकर बेटा चला देवघर महादेव के पास, कहा कि, महादेव ने असंभव को कर दिया संभव,,,।

यह परिवार पटना के अनिसाबाद का रहने वाला है। ठाकुर रामाशीष प्रसाद के परिवार का कहना है कि बाबा भोलेनाथ की महिमा अपरंपार है। इस संबंध में पंकज कुमार का कहना है कि उनकी मां माया देवी का दोनों किडनी खराब हो गया था।पटना के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था और महादेव के प्रति आस्था ऐसी कि उनके पांचों बेटे और पुत्र वधुओं ने महादेव से कामना किया कि महादेव मेरी मां को स्वस्थ कर दीजिये। महादेव की कृपा हुई और आज माया देवी पूरी तरह स्वस्थ हैं। इसी अटूट विश्वास की वजह से आज हम तीन भाई अपनी पत्नियों और बच्चों के साथ माता पिता को लेकर महादेव के रास्ते चल पड़े हैं। उन्होंने कहा कि मेरी मां व्हीलचेयर पर जरूर जा रही हैं लेकिन उत्साह कहीं से भी कम नहीं है, यह कहीं ना कहीं महादेव की कृपा ही है जिसके बदौलत हम लोग देवघर जा रहे हैं।

पैर दर्द से शुरू हुई बीमारी

माया देवी के बड़े पुत्र बैंक कर्मी पंकज कुमार ने बताया कि मां के पैर के दर्द से यह बीमारी शुरू हुई और इलाज होते होते पहले एक और फिर दूसरा किडनी फेल हो गया। जिसके बाद हमलोग ने भोले नाथ को याद किया और बाबा महादेव की कृपा हुई। मां के स्वास्थ्य में सुधार होने लगा और आज वह पूर्ण रूपेण स्वस्थ हो गई, सिर्फ चलने फिरने में दिक्कत हो रही है।

अपने पैरों से चलेंगी तो फिर जाएंगे महादेव के पास

बड़ी पुत्रवधू गुंजा चावला का कहना है कि हमलोग को उम्मीद नहीं थी कि इनके स्वास्थ्य में अब सुधार होगा। लेकिन हमारे घर के सभी लोगों को महादेव पर भरोसा था, महादेव को हमने याद किया और इनके स्वास्थ्य में सुधार होते होते आज पूर्ण रूपेण स्वस्थ हो गई. सिर्फ कमर में दर्द होने के कारण सही से चल नहीं पा रही है। इसीलिए व्हील चेयर के सहारे बाबा का दर्शन करने जा रहे हैं। बाबा से यही मांगते हैं की मां के पैर में शक्ति दे और वह चलने फिरने लगे तो अगली बार से इनको पैदल लेकर बाबा के दरबार में आयेंगे। श्रद्धालु माया देवी ने बताया कि वह बीमार हो गई थी दवाई भी काम नहीं कर रहा था लेकिन मुझे महादेव पर विश्वास था और मैं ठीक हो गई।

रोज बढ़ रहे हैं भक्तों की संख्या

सावन के पहले दिन लगभग 4526 कांवरिया सुल्तानगंज से देवघर के लिए पैदल चले, 5 जुलाई को 8325, 6 जुलाई को 23843, सात जुलाई को 26 हजार, आठ जुलाई को 41 हजार, 9 जुलाई को 43 हजार और सोमवार 10 जुलाई को यह संख्या बढ़कर 28,835 पहुंच गई। यह संख्या लगातार बढ़ रही है।