वाराणसी में 16 अगस्त से शुरू होंगे पांच दिवसीय आयोजन, धर्म सम्राट को करेंगे नमन,,,।
वाराणसी :: धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की तपोस्थली वाराणसी के धर्मसंघ में 116वें करपात्र प्राकट्योत्सव पर पंच दिवसीय आयोजन होंगे। विद्वत सत्कार, राम कथा, करपात्र दीपावली, वसंत पूजन, गौरी केदारेश्वर जलाभिषेक जैसे विविध आयोजन के जरिये करपात्री जी महाराज का पुण्य स्मरण किया जाएगा। यह जानकारी रविवार को दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ परिसर में धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने दी।
उन्होंने बताया कि इस बार 16 से 20 अगस्त तक करपात्र प्राकट्योत्सव के आयोजन होंगे। 16 अगस्त को स्कूली बच्चों की लेखन और भाषण प्रतियोगिता होगी। दूसरे दिन 17 अगस्त को करपात्र दीपावली मनाई जाएगी। करपात्री जी महाराज के प्रकट हुए होने से लेकर अब तक के दिन के बराबर 42 हजार 340 दीप जलाए जाएंगे।
19 अगस्त को वसंत पूजन
18 अगस्त को प्राकट्य दिवस पर करपात्र रत्न अलंकरण समारोह होगा। इस वर्ष श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय को अति प्रतिष्ठित करपात्र रत्न अलंकरण प्रदान किया जाएगा। डॉ. ददन उपाध्याय को करपात्र गौरव और पंडित दयाशंकर तिवारी को करपात्र कृपा सम्मान दिया जाएगा। चौथे दिन 19 अगस्त को वसंत पूजन होगा।
इसके साथ ही प्रखर मानस वक्ता मुरलीधर महाराज की 11 दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ भी होगा। धर्मसंघ के महामंत्री पंडित जगजीतन पांडेय ने बताया कि धर्मसंघ पीठाधीश्वर के नेतृत्व में 20 अगस्त को भव्य गौरी केदारेश्वर जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।