Alien News 2023
मिल गया Alien का पता-ठिकाना! वर्षों से यहां समुद्र के नीचे रहे, यूएफओ हंटर के दावे ने मचाई खलबली,,,।
अनोखी दास्तान। हजारों वर्षों से इस बात को लेकर बहस चल रही है कि एलियन हैं या फिर नहीं. अमेरिकी और यूरोपीय देशों में एलियन के यान यानी UFO देखे जाने के कई बार दावे किए गए. मगर चांज एजेंसियां आज तक नकारती रही हैं. इस बीच ब्रिटेन के एक यूएफओ हंटर ने ऐसा दावा किया है कि दुनिया में खलबली मच गई. उनके मुताबिक, Alien का पता-ठिकाना मिल गया है. एक समुद्र के नीचे वे वर्षों से रह रहे हैं. अमेरिकी सरकार और एजेंसियों को इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन सबूतों को छिपाया जा रहा है.
ब्रिटेन के रहने वाले 60 वर्षीय रसेल केलेट पिछले 20 साल से एलियन की तलाश कर रहे हैं. बार-बार उस जगह जाते हैं जहां सितंबर 1970 में एक प्लेन क्रैश हुआ था. उत्तरी सागर में स्कारबोरो के पास फाइली बीच के नजदीक यह प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. कहा जाता है कि आरएएफ पायलट विलियम शेफनर ने जानबूझकर प्लेन क्रैश कराया था. लेकिन रसेल समेत कई लोगों का दावा है कि हादसे से पहले एक यूएफओ विमान का पीछा कर रहा था. इसी वजह से विमान तो 3 महीने बाद बरामद हो गया लेकिन पायलट का शव आज तक नहीं मिल पाया.
केलेट ने कहा, मैं पिछले 20 वर्षों से इस साइट पर जाकर पानी से बाहर आने वाली चीजों के फुटेज कैद कर रहा हूं. हमें समुद्र में दो जहाज अगल-बगल दिखाई देते हैं. वे उड़ने वाले त्रिकोण हैं और बीच के बिल्कुल करीब हैं. कुछ लोग कहेंगे कि यह कोई विमान या नाव हो सकता है, लेकिन आधी रात को? और वह भी इस जगह ? अगर जेट लड़ाकू विमान या हवाई जहाज होते तो आवाज आनी चाहिए लेकिन उस जगह से कोई आवाज नहीं आती है.
रसेल ने कहा, 20 सालों की जांच के बाद मैं यह दावे से कह सकता हूं कि फाइली बीच पर समुद्र के पानी के नीचे एलियन का ठिकाना होना चाहिए. मुझे लगता है कि जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसके पीछे निश्चित रूप से एलियन ही थे. उन्होंने विमान का अपहरण कर लिया था. पायलट को वह अपने ठिकाने पर लेकर गए हैं. उड़ने वाली वस्तुएं राडार पर दिखाई नहीं देने के कारण एलियंस के यूएफओ को वायुसेना देख नहीं पाई. कुछ सालों पहले अमेरिका में पूर्व खुफिया अधिकारियों और गवाहों ने भी यह बात स्वीकार की थी. अब पहले से कहीं अधिक, लोग यह विश्वास करने लगे हैं कि एलियन जीवन न केवल वहां है, बल्कि पृथ्वी पर भी आता है. बता दें कि 2009 में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि पायलट की मौत यूएफओ मुठभेड़ का नतीजा नहीं बल्कि एक दुखद दुर्घटना थी.