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वाराणसी, श्रृंगेरीमठ में आयोजित पांच दिवसीय कथा का समापन आज हनुमान जी के सुंदरचरित्र कथाओ के वर्णन द्वारा संपन्न हुआ,हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया,,,।

वाराणसी, श्रृंगेरीमठ में आयोजित पांच दिवसीय कथा का समापन आज हनुमान जी के सुंदरचरित्र कथाओ के वर्णन द्वारा संपन्न हुआ,हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया,,,।

श्रीराम भक्त रुद्रावतार श्री हनुमान जी के जीवन चरित्र पर पवित्र श्रावण एवं पुरुषोत्तम मास में 12 अगस्त 2023 शनिवार को श्रृंगेरी मठ महमूरगंज वाराणसी में आयोजित पंच दिवसीय श्री हनुमन्त कथा के पांचवें व अंतिम दिन आज व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य पं श्री प्रमोद त्रिवेदी जी महाराज काशी ने बताया कि श्री राम जी की इच्छा के विपरीत श्री हनुमान जी कोई काम नहीं करते। श्री हनुमान जी की सेवा श्री राम जी को समर्पित है। 
श्री हनुमान जी सकल गुण निधान है जो अपने भक्तों के समस्त रोग-शोक को हर लेते है। जैसे कि "नाशे रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत वीरा" इस मंत्र जप को सांसो के जरिए हम अपने जीवन में अगर शामिल कर ले तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि इंसान रोग शोक से परे होगा। 
"बिनु हरि कृपा मिले ही नहीं संता" अगर भक्तों का संग मिल जाएं तो जीवन सुधर जायेगा और अगर संतों का संग मिल जाएं तो जीवन कल्याणमय हो जाता है वैसे ही "जैसे की सीता खोज के समय हनुमान जी महाराज का विभीषण को ब्राह्मण के रूप में दर्शन देना और विभीषण का कहना कि बिना प्रभु की कृपा के बिना संतों का दर्शन नहीं होता। हमें हमेशा भगवन्नाम संकीर्तन का शरण लेनी चाहिए। 
कथा में श्री राम पंचायतन का सजीव चित्रण श्री नन्द किशोर शर्मा वृन्दावन की मंडली द्वारा किया गया।
कथा के प्रारंभ में व्यासपीठ का पूजन मुख्य यजमान श्री नन्दलाल केसरी व श्रीमती इन्द्रावती देवी तथा श्री प्रेम चंद केसरी व श्रीमती अर्चना केसरी ने किया, तत्पश्चात श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ उपस्थित सभी भक्तों द्वारा किया गया।
इस अवसर उपस्थित प्रमुख रूप से डॉ. वीरेंद्र कुमार केसरवानी राष्ट्रीय महामंत्री,पं रमेश काफ्ले, पंकज शुक्ला, अविनाश त्रिपाठी श्री गणेश चेल्ला शास्त्री प्रबंधक श्रृंगेरी मठ, सतीश चन्द्र मिश्रा, छोटे लाल केसरी,संतोष केसरी, विनय केसरी, रवि केसरी,अजय केसरी, डॉ एम के गुप्ता, अवधेश गुप्ता, सीताराम केसरी, बालकृष्ण गुप्ता, राजेश केसरी, प्रदीप केसरी, गुलाब चन्द केसरी, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, मदनलाल केसरी, वेदप्रकाश केसरी, विनोद केसरी, सतीश गुप्ता,श्री कृष्ण गुप्ता, मदनलाल गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, बद्री प्रसाद केसरी, शाश्वत केसरवानी, दिनेश केसरी, दिलीप केसरी, अशोक केसरी, आनन्द केसरवानी श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, सत्यभामा गुप्ता, शतरुपा केसरी, मंजेश केसरवानी, श्रुति केसरी, कुसुमलता केसरी, मंजू गुप्ता, माया केसरी, प्रमिला केसरी, राजकुमारी केसरी, पुष्पा केसरी, सुनीता केसरी,, नीलम केसरी, गीता केसरी, कुसुम केसरी, सुधा गुप्ता, वन्दना केसरी, आशा केसरी, रत्ना गुप्ता, सुनीता केसरी, रंजीता केसरी, माधुरी केसरी, बबिता केसरवानी सहित काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने श्री हनुमंत कथा का रसास्वादन किया। 
अंत में कथा समापन के बाद हवन-यज्ञ पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उसके बाद विशाल भण्डारा का आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।