सावन माह में काशी वासियों ने बाबा सहित सभी प्रसिद्ध मंदिरों में चढ़ाया साढ़े पांच करोड़ रूपए से भी ज्यादा के फूल और मालाए,,,।
सावन के अंतिम सोमवार को बाबा दरबार के साथ ही शहर के शिवालयों में भी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा। कहीं भगवान शिव का हरियाली शृंगार हुआ तो कहीं फूल बंगला की झांकी सजाई गई। हिम शृंगार के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने भोग अर्पित किया। शूलटंकेश्वर से लेकर कैथी मार्कंडेय महादेव धाम तक आस्थावान भक्ति में डूबे नजर आए।
सोमवार को भोर में ही बीएचयू विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी। श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिया। वहीं गौरीकेदारेश्वर, जागेश्वर महादेव, तिलभांडेश्वर महादेव, कर्दमेश्वर महादेव, सारंगनाथ, शूलटंकेश्वर सहित द्वादश ज्योर्तिलिंग, मणिमंदिर सहित सभी मंदिर भक्तों से गुलजार रहे।
त्रिदेव मंदिर में जलविहार की झांकी सजाई गई। वृंदावन के मोहक फूल बंगले के बीच विशाल झील में फुहारों के बीच राधा कृष्ण के जलविहार की झांकी भक्तों में मन में समा गई। हिम शिवलिंग के साथ राम लक्ष्मण सीता हनुमान के साथ ही फूलों से बने झूले पर राधाकृष्ण की झांकी लोग अपलक निहारते रहे।
राणी सती के अलावा सालासर हनुमान और खाटू वाले श्याम प्रभु के शृंगार के दर्शन के साथ त्रिदेवों को छप्पन भोग अर्पित किया गया।
ऋणमुक्तेश्वर महादेव में हुआ हरियाली शृंगार
महमूरगंज स्थित ऋणमुक्तेश्वर महादेव के मंदिर में सोमवार को हरियाली शृंगार किया गया। पूरे मंदिर परिसर को रुद्राक्ष, फूल और विद्युत झालरों से सजाया गया था। बर्फानी महादेव की भी सजावट भक्तों के आकर्षण का केंद्र रही। मंदिर के पुजारी मनोज गर्ग एवं मुकेश शास्त्री ने आरती उतारी।
सावन में महका फूलों का बाजार
सावन के महीने में जहां बाबा के धाम में भक्तों की कतार उमड़ी वहीं फूलों का बाजार भी महक उठा। सावन के महीने में साढ़े पांच करोड़ से अधिक फूलों का खरीद और बिक्री हुई। मलदहिया फूल मंडी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 50 लाख से अधिक फूल और मालाएं बिक गईं। वहीं रविवार को 30 लाख रुपये से अधिक के फूल-माला की बिक्री हुई थी।