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'ट्रेन का टिकट मांगा तो कहा- मैं CBI अफसर हूं.' फिर ऐसे खुली फर्जी अधिकारी की पोल
कोलकाता में इसके पहले फर्जी डॉक्टर और फर्जी पुलिस गिरफ्तार हो चुके हैं. अब एक फर्जी सीबीआई अफसर गिरफ्तार हुआ है. उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी में ट्रेन में चेकिंग के दौरान टिकट चेकर ने एक फर्जी सीबीआई अधिकारी को पकड़ा, जबकि दो अन्य फरार हो गए.
आरपीएफ उनकी तलाश कर रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार टीटीई ने यात्री ने टिकट मांगा तो रौब दिखाना शुरू कर दिया. उस व्यक्ति ने अपनी जेब से अपना पहचान पत्र दिखाकर खुद को सीबीआई अधिकारी होने का दावा किया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नैहाटी अप कृष्णानगर लोकल से तीन लोग उतरे. उस वक्त टीटीई उनसे टिकट देखना चाहा, तो उन्होंने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया. उन्होंने ‘पहचान पत्र’ दिखाने कहा. यह देखकर टिकट चेकर को शक हुआ. इसके बाद दोनों को आरपीएफ के पास ले जाने लगे. उसी दौरान दो फरार हो गये.
दूसरे को आरपीएफ के पास ले जाया गया जो वह नकली सीबीआई अधिकारी निकला. आरोपी का नाम गोपाल पाल है. आरोप है कि वह लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी करता था. आरोपी से आरपीएफ अधिकारी पहले ही पूछताछ कर रहे हैं. बाकी की तलाश आरपीएफ कर रही है. जांच अधिकारियों ने आरोपियों के पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.
नैहाटी रेलवे स्टेशन से एक फर्जी सीबीआई अधिकारी पकड़ा गया. उस व्यक्ति को रेलवे पुलिस कर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया. व्यक्ति के पास गलत पहचान पत्र क्यों था, क्या वह किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल है, इसकी जांच की जा रही है.
टीटीई स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने यात्री से वैध टिकट मांगा तो उसने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए एक पहचान पत्र दिखाया. उस पहचान पत्र को देखने के बाद कार्यरत टीटीई स्नेहाशीष चक्रवर्ती पर शक हुआ. लेकिन सीबीआई दफ्तर में फोन करने पर पता चला कि इस नाम का कोई सीबीआई अधिकारी ही नहीं है.
आरपीएफ सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी गोपाल पाल के पास से एक फर्जी सीबीआई कार्यालय पहचान पत्र, एक आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद किया गया. गिरफ्तार फर्जी सीबीआई अधिकारी ब्रज गोपाल पाल को आरपीएफ अधिकारियों ने अपनी हिरासत में रखा है.
कोलकाता में पहले पकड़ा गया था फर्जी आईएएस अधिकारी
कोलकाता समेत अन्य जिलों से फर्जी सीबीआई अधिकारी पकड़े जाने के कई मामले सामने आये हैं. पांच महीने पहले कोलकाता में एक फर्जी सीबीआई अधिकारी पकड़ा गया था. आरोप था कि राजारहाट इलाके में एक व्यक्ति बार लाइसेंस दिलाने के नाम पर पैसे निकालता था. इसके पहले एक फर्जी आईएएस अधिकारी भी पकड़ा गया था.
पता चला है कि उस व्यक्ति ने एक स्थानीय निवासी से 10.5 लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी. राजारहाट थाना पुलिस ने घटना में आरोपित एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था.गिरफ्तार शख्स का नाम शुबोजीत बारुई था. इससे पहले, कोलकाता के बाहर कई जिलों से धोखाधड़ी के आरोप में फर्जी सीबीआई अधिकारी पकड़े गए थे.