Gyanvapi Case: ज्ञानवापी परिसर में आज मंगलवार को जारी रहेगा सर्वे, हर जगह जाकर साक्ष्यों की होगी जांच ,,,।
वाराणसी, ब्यूरो । ज्ञानवापी में चल रहा एएसआइ का सर्वे मंगलवार को सुबह आठ बजे शुरू हो गया। व्यास जी के कमरे से मलबा हटाने का काम लगभग पूरा होने की ओर है। ज्ञानवापी के तीनों शिखर के भीतर, बाहर व आसपास हिंदू धर्म से संबंधित साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है। बीते दो दिनों में शिखर के ऊपरी हिस्से का अध्ययन किया गया। केंद्रीय शिखर के ठीक नीचे प्राचीन आदि विश्वेश्वर मंदिर का गर्भगृह होने की संभावनाओं की भी पड़ताल की जा रही री है।
एएसआइ की टीम बड़ी बारीकी से ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कर रही है। हर जगह जाकर साक्ष्यों की जांच कर रही है। यह एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही से काफी अलग है। सर्वे पूरा होने में समय लगेगा। यह उम्मीद करना उचित नहीं कि हर दिन कोई नई बात सामने आएगी। सर्वे पूरा होने पर रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी। इसका हम सभी को इसका इंतजार करना चाहिए।
-विष्णु शंकर जैन, वकील, मंदिर पक्ष
ज्ञानवापी परिसर में त्रिशूल का चिह्न होने की बात कही जा रही है, लेकिन हम अरबी भाषा में उसे अल्लाह कहते हैं। यह तो अदालत में तय होगा कि चिह्न क्या है? वस्तुस्थिति को स्पष्ट करने के लिए ही तो एएसआई सर्वे कर रही। सर्वे की रिपोर्ट पर जब तक अदालत निर्णय न दे, तब तक कोई भी ऐसा बयान नहीं देना चाहिए जिससे समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हो।
-अखलाक अहमद, वकील, मस्जिद पक्ष
सर्वे का काम चल रहा है। टीम अभी बाहर दिखने वाली जगहों की जांच कर रही है। जहां जरूरी लग रहा, मशीनों का प्रयोग भी कर रही है। विशेषज्ञों को जो भी साक्ष्य मिल रहे हैं, उनकी जांच करने के साथ ही जरूरी जानकारी दर्ज कर रहे हैं।
-सुभाष नंदन चतुर्वेदी, वकील, मंदिर पक्ष
ज्ञानवापी का सर्वे को पूरा होने में समय लगेगा। अदालत के निर्देश का पालन करते हुए सर्वे टीम जांच में मशीन आदि का प्रयोग कर रही है। सभी पक्ष इसमें पूरा सहयोग दे रहा है।
-सुधीर त्रिपाठी, वकील, मंदिर पक्ष
सर्वे जिस तरह से हो रहा, हम उससे पूरी तरह से संतुष्ट हैं। सर्वे टीम में शामिल सदस्य बिना किसी दबाव के काम कर रहे हैं। इससे लगता है कि रिपोर्ट में किसी तरह का पक्षपात नहीं होंगा। सर्वे टीम को हम पूरा सहयोग कर रहे हैं।
-एसएम यासीन, संयुक्त सचिव, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद