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सेवा भारती द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन कल 22 सितंबर से 29 सितंबर तक किशोरी सदन प्रतापगढ़ में होगा,,,।

सेवा भारती द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन कल 22 सितंबर से 29 सितंबर तक किशोरी सदन प्रतापगढ़ में होगा,,,।

प्रतापगढ़: सेवा भारती संगठन द्वारा प्रतापगढ़ में श्रीराम कथा का आयोजन 22 सितंबर से 29 सितंबर तक किशोरी सदन में किया जा रहा है।कार्यक्रम के संयोजक डा० सौरभ पाण्डेय ने बताया कि कथा में मानस मर्मज्ञ पूज्य श्री दिलीप कृष्ण भारद्वाज जी, श्री धाम वृन्दावन के श्रीमुख से श्री राम कथा के श्रवण करने का शुभ अवसर प्राप्त होने जा रहा है। इस उपलक्ष्य में गत दिवस आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डा० पाण्डेय ने कहा कि सेवा भारती, काशी प्रांत द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित विश्व प्रसिद्ध महानाट्य 'जाणता राजा' का आयोजन होने जा रहा है।

उक्त महानाट्य के सफल आयोजन हेतु प्रतापगढ़ में सेवा भारती द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन दिनांक 22 सितंबर से 29 सितंबर (सायं 3 बजे से 7 बजे तक), किशोरी सदन में किया गया है। प्रेस वार्ता में आयोजन समिति के सभी प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए संयोजक डॉ. सौरभ पांडेय ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदू स्वराज के लिए संघर्ष किया। उन्होंने एक विशिष्ट प्रकार के युद्ध कौशल की रचना की और अपने रणनीति कौशल से हिंदू साम्राज्य की स्थापना की।

आगे बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा हिंदू साम्राज्य स्थापना का 350 वाँ वर्ष चल रहा है। जिसके क्रम में उनके जीवन से संबंधित नाट्य मंचन जाणता राजा का आयोजन काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एम्फी थियेटर मैदान में आने वाले समय में होने जा रहा है। उसी क्रम में प्रतापगढ़ में श्री राम कथा आयोजित हो रही है।

श्री पाण्डेय ने कहा कि भगवान श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे, जिस प्रकार भगवान श्री रामचंद्र जी के जीवन में अनेक प्रकार के संघर्ष के बाद जब उनका राज्याभिषेक हुआ तो रामराज्य की परिकल्पना आज हम सबके मानस पर अंकित है।

उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने जब हिंदू स्वराज की स्थापना की तब उनके राज्य में भगवान श्री राम के कालखंड की छवि दिखाई पड़ती है। राम राज्य की छवि शिवाजी महाराज के राज्य में थी, नारी को पूर्ण सम्मान प्राप्त था, प्रजा कभी भी, किसी भी समय अपने राजा से मिल सकती थी। उन्होंने समुद्री बेड़े का आविष्कार किया।

इतिहास में उल्लेख आता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के पास समुद्र में यातायात की व्यवस्था थी। हमारा गौरवशाली और स्वाभिमान युक्त हमारा इतिहास रहा है, इस गौरवशाली इतिहास और परंपरा को स्मरण करने के लिए इस प्रकार के आयोजन किया जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम की कृपा प्राप्त हो, उनकी कृपा से समस्त कार्य संपूर्ण हो जनमानस का कल्याण हो, राष्ट्र परम वैभव के शिखर पर पहुंचे, इस परिकल्पना के साथ श्री राम कथा का आयोजन हो रहा है। प्रतिदिन कुछ विशिष्टता लिए हुए श्री राम कथा समाज को संदेश देने में निश्चित रूप से सफल होगी।

प्रेस वार्ता में गोविंद खंडेलवाल,भूपेश त्रिपाठी नितेश खंडेलवाल, अश्विनी केशरवानी, शरद केसरवानी, गिरिजा शंकर मिश्रा, शिव शंकर सिंह, कृष्णकांत मिश्रा, डॉ. पियूषकांत शर्मा, शिशिर खरे, डॉ. रंगनाथ शुक्ल, भूपेश त्रिपाठी, रतन चन्द्र जैन आदि उपस्थित हुए।