'मेहमानों को छप्पन भोग परोसे, करोड़ों लोग 5 किलो अनाज के भरोसे...', बोले अखिलेश यादव
G20 Summit Akhilesh Yadav Taunt On Foreign Guest Lunch Thali: दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन खत्म हो चुका है। पीएम मोदी ने ब्राजील को अगले जी-20 सम्मेलन की मेजबानी हैंडओवर कर दी है। अब इस आयोजन पर राजनीति शुरू हो गई है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर विदेशी मेहमानों को सोने-चांदी के बर्तनों में खाना खिलाने को लेकर सरकार पर तंज कसा। अखिलेश यादव ने कहा कि विदेशी मेहमानों को सोने की थाली में छप्पन भोग परोसे और देश के करोड़ों लोग हैं बस पांच किलो अनाज के भरोसे।
भेद को मिटाने पर लड़ा जाएगा चुनाव
अखिलेश यादव ने लिखा, ‘विदेशी मेहमानों को सोने की थाली में छप्पन भोग परोसे गए और देश के करोड़ों लोग बस पांच किलो अनाज के भरोसे हैं। अगला चुनाव यानी 2024 का लोकसभा चुनाव इसी भेद को मिटाने के लिए लड़ा जाएगा। दिखावा भी छलावा होता है या कहिए जुमले का पर्यायवाची। भाजपा के दिखाए झूठे स्वर्णिम स्वप्न की नींद से जनता जाग गयी है, वैसे भी भूखी आंख को सुनहरे सपने नहीं आ सकते।
’स्वामी प्रसाद मौर्या ने भी साधा था निशाना
इससे पहले पूर्व मंत्री और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि जिस थाली में भारत का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ उकेरी गई है। उसी थाली में दुनिया भर से आए जी-20 मेहमानों को खाना खिलाया जाएगा। जिसमें वे जूठन छोड़ेंगे। अशोक स्तंभ के साथ ऐसा भद्दा मजाक करके मोदी सरकार ने देश की इज्जत और मर्यादा को मिट्टी में मिला दिया है। जिसकी घोर निंदा करता हूं। मोदी सरकार को देश से माफी मांगनी चाहिए।
200 कारीगरों ने तैयार किए थे 15 हजार बर्तन
दरअसल, जी-20 मेहमानों के लिए जयपुर की एक कंपनी ने 15 हजार बर्तन बनाए थे। इसे 200 कारीगरों ने मिलकर बनाया था। बर्तनों पर सोने-चांदी की परत चढ़ाई गई थी। बर्तनों पर भारत और राज्यों की संस्कृति और विरासत को उकेरा गया था। लेकिन थाली पर राजनीति पर शुरू हो गई है। इसमें शुद्ध शाकाहारी व्यंजन शामिल किए गए। भारत मंडपम के लेवल-3 पर डिनर का आयोजन किया गया था। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने कहा, 'विदेशी मेहमानों को सोने की थाली में छप्पन भोग परोसे। देश के करोड़ों लोग, बस पांच किलो अनाज के भरोसे. अगला चुनाव इसी भेद को मिटाने के लिए लड़ा जाएगा'। अखिलेश यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि दिखावा भी छलावा होता है। या कहिए जुमले का पर्यायवाची. बीजेपी के दिखाए झूठे स्वर्णिम स्वप्न की नींद से जनता जाग गई है। वैसे भी भूखी आंख को सुनहरे सपने नहीं आ सकते।
आइए हम सब जाने राष्ट्रपति द्वारा आयोजित डिनर में विदेशी मेहमानों को परोसे गए ये व्यंजन-
स्टार्टर
पात्रम 'ताजी हवा का झोंका'
दही के गोले और भारतीय मसालेदार चटनी से सजे कंगनी श्रीअन्न (मिलेट) लीफ क्रिस्प (दूध, गेहूं और मेवा युक्त)।
मेन कोर्स
वनवर्णम 'मिट्टी के गुण'
ग्लेजड कॉरेस्ट मशरूम, कुटकी श्रीअन्न (मिलेट) क्रिस्प और करी पत्ते के साथ तैयार केरल काल चावल के साथ परोसे गए कटहल गैलेट (दूध और गेहूं युक्त)।
इंडियन ब्रेड्स
मुंबई पाव
कलौंजी के स्वाद वाले मुलायम बन (दूध और गेहूं युक्त)
बाकरखानी
इलायची के स्वाद वाली मीठी रोटी।
मिष्ठान
मधुरिमा 'स्वर्ण कलश'
इलायची की खुशबू वाला सांवा का हलवा, अंजीर-आडू मुरब्बा और अंबेमोहर राइस क्रिस्प्स (दूध और श्रीअन्न, गेहूं और मेवा युक्त)।
पेय पदार्थ
कश्मीरी कहवा, फिल्टर कॉफी और दार्जलिंग
चायपान के स्वाद वाली चॉकलेट लीव्स।।